माना जाता है कि हड़प्पा सभ्य की शुरुआत 6000 ईसा पूर्व हुई थी क्योकि मेहरगढ़ की संस्कृतियों में इसके अंश मिलते हैं। इस सभ्यता को 1920 के दशक में लाहौर के दक्षिण में पश्चिम पंजाब में लरकाना और हड़प्पा के पास सिंध व मोहनजोदड़ो में भी खोजा गया था। इस सभ्यता में कई तरह की अन्य सभ्यताएँ मौजूद होंगी जैसे लेखन प्रणाली, शहरी केंद्र, जल निकासी के बुनियादी ढांचे आदि। आगे आप जानेंगे कि हड़प्पा किस नदी के किनारे स्थित है?
हड़प्पा किस नदी के किनारे स्थित है?
हड़प्पा एक पुरातात्विक स्थल है जो पूर्वोत्तर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक पुरातात्विक स्थल है। वास्तव में हड़प्पा सिंधु नदी की सहायक नदी रावी नदी के तट पर स्थित था। तथा पूरा हड़प्पा सभ्यता क्षेत्र सिंधु नदी घाटी क्षेत्र के अंतर्गत आता है। हड़प्पा सभ्यता जो सिन्धु घाटी सभ्यता भी कहते हैं। इसके प्रमुख क्षेत्र हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा और राखीगढ़ी है।
1921 ई. में दयाराम साहनी ने खुदाई में इसकी खोज की थी। जहां छः-छः की दो पंक्तियों में निर्मित कुल 12 कक्षों वाले एक अन्नागार, 57 शवाधान, ई ईंटों से निर्मित 18 वृत्ताकार चबूतरे आदि मिले हैं।
FAQs
यह उत्तर पूर्व अफगानिस्तान से पाकिस्तान और उत्तर पश्चिम भारत तक फैली हुई है।
मोहनजोदड़ो का दूसरा नाम मुअन जो दाड़ो है।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –