मनुष्य के जीवन में कभी न कभी ऐसा समय जरूर आता है तब उसे लगता है की उसे चारों ओर से कठिनाइयों ने घेर रखा है। उसे ऐसा प्रतित होता है उसकी कठिनाइयों से बचने का उसके पास कोई रास्ता नहीं। उसे लगता है की उसे चारों तरफ से अंधेरों ने घेर रखा है। वह सदा निराश रहने लगता है और उसे कहीं से भी मदद या आशा की किरण दिखाई नहीं देती। किसी भी व्यक्ति को ऐसी अवस्था में देख कर उससे करीबी लोग भी निराश हो जाते हैं। आइये आज हम आपको बताते हैं कि जब सभी रास्ते बंद हो तो क्या करे?
जब सभी रास्ते बंद हो तो क्या करे?
जब आप किसी भी समस्या में फस कर यह सोचने लगें की आपके लिए सभी रस्ते बंद हो चुके हैं तो निम्नलिखित पंक्तियों का पालन करने की कोशिश करें। यह शायद आपको आपकी सभी समस्याओं से निकलने में मदद करेंगे :-
1. आगे की प्लानिंग करें
लोग पुरानी बातों को ले कर बैठ जाते हैं और समझते हैं कि अब कुछ नहीं हो सकता। यही सोच उन्हें ऐसा सोचने पर मजबूर कर देती है कि अब सभी रास्ते बंद हो चुके हैं परन्तु ऐसा सोचने के बजाय उसे आगे की प्लानिंग करना चाहिए क्योंकि जो बीत क्या उसे बदला तो नहीं जा सकता पर उसे सुधारा जा सकता है। पुरानी बातों को छोड़ कर व्यक्ति को आगे की प्लानिंग करके आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए।
2. भगवान से प्रार्थना करें
जब कोई भी व्यक्ति निराशा की ओर प्रस्थान करता है तो उसे भगवान की प्रार्थना में मन लगाना चाहिए। इससे उसके बंद रस्ते खुलेंगे तो नहीं परन्तु निरंतर भगवान की भक्ति में डूबकर वह अपने मानसिक संतुलन को ठीक कर लेगा। उसका मानसिक संतुलन ठीक होने से उसे खुद के लिए रस्ते खोलने की शक्ति मिलेगी।
3. बड़े बुजुर्गों की राय लें
ऐसी अवस्था में फसने पर लोग अक्सर अशांत हो जाते हैं जिससे उन्हें कोई भी निर्णय लेने में दुविधा होती है। इससे बचने के लिए आपको अपने बड़े बुजुर्गों की राय लेनी चाहिए। राय लेने से उनकी समझदारी और अनुभव आपकी मदद कर सकता है।
4. शांत से सोचें
जब व्यक्ति को ऐसा लगता है कि सारे रास्ते बंद हो गए हैं तो वह दूसरे लोगों पर गुस्सा और चिढ़ने लगता है। जिससे उसकी समस्याएं बढ़ सकती हैं और दिमाग अशांत हो जाता है। ऐसी परिस्तिथि से बचने के लिए समस्या उतपन्न होने का कारण ढूंढे और शांत मन से उसका समाधान निकालें।
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