कहा जाता है कि अगर आप किसी को जरूरत से ज्यादा वक़्त देदो तो वो आपकी इज्जत नही करता है पर यह बाद पूरी तरह है सच नही है अगर कोई आपसे सच्चा प्यार करता है या आपका सच्चा मित्र है तो वो हर परिस्थिति में आपकी इज्जत करेगा पर यदि कोई आपके वक़्त का सम्मान नही करता है और केवल जरूरत होने पर आपको याद करता है तो उससे रिश्ता ना रखे। आज हम आपके लिए लाये हैं जरूरत से ज्यादा वक़्त और इज्जत Status जिन्हें आप अपने सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।
जरूरत से ज्यादा वक्त और इज्जत Status
जितनी इज़्ज़त आप दूसरो को दोगे, उससे कई ज्यादा इज़्ज़त लोग आपको भी देंगे।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!मतलब की दुनिया और मतलब के दोस्त है साहब, क्योकि जब बात इज्जत की आ जाती है तो सब मूह फेर लिया करते है वक़्त आने पर।
इज्जत इतनी महंगी चीज है साहब, इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिल्कुल भी ना करें.
जरूरत से ज्यादा इज्जत और वक़्त देने से लोग बदल जाते हैं।
“अहमियत” दी तो कोहिनूर खुद को ”मानने” लगे,
कांच के #टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे.
जरूरत से ज्यादा वक्त और इज्जत Status
कुछ पाने पर लोग कितना इतराते है,
जब उसे खो देते है तब अहमियत समझ पाते है.
जरूरत हो तभी जलाओ अपने आप को,
उजालों में चिरागों की अहमियत नहीं होती
चीजों की #कीमत मिलने से पहले होती है,
और #इंसानो की कीमत उनको #खोने के बाद।
उसकी अहमियत का पता वो बुझ गया तो चला की उस चिराग से कितने चिराग जलते थे।
इज्जत इतनी महंगी चीज है साहब,
इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिल्कुल भी ना करें।
हमने तो उन्हें अपना वक़्त दिया था
वो तो हमे फिजूल ही समझने लगे।
जिसकी जितनी ओकात हो उतना ही उनसे मिलो यारो
वरना वक़्त आने पर वो आकी इज्जत तक नही करेंगे।
हम मिलते थे उन्हें अपना समझ कर
वो तो हमे मतलबी समझ बैठे।
जिनके जहन में मतलब होता है
उनसे कहा रिश्ता सच्चा होता है।
खामोश रहना तो हमें भी आता है साहब लेकिन जब बात इज्जत की आ जाती है तब खामोश रहना मौत से भी बदतर हो जाता है।
हमने उन्हें हमारी सबसे कीमती चीज़ दी थी
लोग जिसे वक़्त कहते हैं
और वो तो हमे मुफ्त का ही समझ बैठे।
हर कोई व्यस्त है इस जीवन में
बस अपनों से मिलने के लिए वक़्त निकलता है।
जब अपने ही न समझे अहमियत तुम्हारी
तो गारो से आखिर उम्मीद क्या रखना
जरूरत से ज्यादा वक्त और इज्जत Status
मुझे कीमती तोहफे पसंद है
अगली बार आओ तो वक़्त साथ लाना
नही कर रहे है कुछ लोग इज्जत हमारी
जब खोएंगे तब जानेंगे
किस्मत की तो कोई बात ही नही है साहब इज्जत के मामले में, क्योकि गुलामी भी हम ही चुनते है और इज्जत भी हम चुनते है अपनी।
इज़्ज़त हमेशा इज़्ज़तदार लोग ही करते है, जिनके पास खुद इज़्ज़त नहीं वो किसी दूसरे को क्या इज़्ज़त देगे.
नए #लोगों के आने से पुराने की #वैल्यू कम ना करना। क्योंकि हीरा चाहे ‘कितना’ भी पुराना हो,चमक नहीं छोड़ता
किसी के लिए किसी की अहमियत ख़ास होती है,
एक के दिल की चाबी हमेशा दूसरे के पास होती है
अपना मूल्य समझो और विश्वास करो कि आप संसार के सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति हो…
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