किसी भी प्राणी की जाति उसके द्वारा किसी विशेष गौत्र अथवा जाति में जन्म लेने से ही निश्चित नहीं हो जाती। जाती यानि की caste आपके कर्मों पर निर्भर करती है। आप जैसा कर्म करते हैं उसी जाति के हो जाते हैं। उसी प्रकार भगवान श्रीकृष्ण के मामा कंस ने जन्म तो चंद्रवंशी क्षत्रिय यादव जाति में लिया था परन्तु अपने कर्मों के कारण उन्होंने किस जाति को अपना लिया था? चलिए बात करते हैं कि Kans Kis Jati Ke The – कंस किस जाती के थे?
कंश कौन था?
कंस का जन्म मथुरा में राजा उग्रसेन और रानी पद्मावती के घर हुआ था। उनकी एक बहन देवकी थी जिनसे उन्हें अत्यधिक स्नेह था। परन्तु इस स्नेह से ज्यादा कंस को अपने प्राण प्रिय थे। समय के साथ साथ कंस का अत्याचार बढ़ता ही जा रहा था एवं काल चक्र ने पहले ही यह तय कर लिया था कि कंस का वध स्वयं उसके भांजे यानि श्रीकृष्ण के हाथो होगा।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!कृष्ण ने किया था कंश का वध
अब हुआ यूं कि जब कंस ने अपनी बहन का विवाह अपने मित्र वासुदेव के साथ करवाया और उन्हें विदा करने लगा, तभी आकाशवाणी हुई की देवकी का आठवाँ पुत्र ही कंस की मृत्यु का कारण बनेगा। यह सुनते ही कंस घबरा तो गया परन्तु अहंकारवश और खुद को भगवान् से भी महान समझते हुए उसने कहा कोई मेरा अंत नहीं कर सकता और वासुदेव देवकी को कारागार में डाल दिया और माँ देवकी के 7 पुत्रों का वध कर दिया। परन्तु सातवीं संतान यानी कृष्ण के जन्म को वो रोक न सका। और न ही अपने किसी भी असुर के द्वारा कोई क्षति कृष्ण को पहुचा सका।
अंततः कृष्ण ने कंस को उसके कुकर्मों के लिए दण्डित करते हुए विधि के विधान को पूर्ण किया और कंस मामा का वध कर दिया।
Kans Kis Jati Ke The – कंस किस जाती के थे?
देखा जाये तो कंस एक चंद्रवंशी क्षत्रिय यादव थे परन्तु कर्मों के वह राक्षस थे। तो कंस को जाती का राक्षस कहने में कोई बुराई नहीं है। प्रारंभिक स्रोतों में उन्हें मानव और पुराणों में राक्षस के रूप में बताया गया है।
FAQs
कंस के पिता मथुरा के राजा थे उनका नाम उग्रसेन था। वे यदुवंशीय राजा आहुक व रानी काश्या के पुत्र थे।
कंस की एक बहन थी जिनका नाम देवकी था। देवकी प्रभु श्री कृष्ण की माता हैं।
उम्मीद है आपने अब जान लिया कि कंस किस जाती से सम्बंधित थे (Kans Ki Jati) इसी प्रकार की ज्ञानवर्धक बातें जानने के लिए हमसे जुड़े रहिये।
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