इस लेख में आप जानेंगे कि कौन सा आपातकालीन प्रावधान भारत में लागू नहीं हुआ है?
कौन सा आपातकालीन प्रावधान भारत में लागू नहीं हुआ है?
भारत में अभी तक वित्तीय आपातकाल की घोषणा नहीं की गई है। यहाँ तक की 1991 में वित्तीय संकट होने के बावजूद भी वित्तीय आपातकाल की घोषणा नहीं की गई थी। वित्तीय आपतकाल का अर्थ है कि ऐसी व्यवस्था जिससे देश या देश के किसी राज्य में वित्तीय संकट आ गया हो और इस दुर्व्यवस्था का सामना किया जा सके तथा इसके वित्तीय आपातकाल लगाया जाता है। वित्तीय आपातकाल में सरकारी कर्मचारियों का वेतन घटाया जा सकता है। किसी भी प्रकार के आर्थिक बिल पर राष्ट्रपति की मुहर लगती है, सरकार सेवा कर तथा आय कर में बढोत्तरी कर सकती है, तथा रेपो रेट घटाया भी सकती है। यह फेसले आर्थिक संकट से देशो को बाहर निकलने के लिए लिये जा सकते हैं। देश में तीन तरह के आपातकाल होते हैं-
- राष्ट्रीय आपातकाल – अनुच्छेद 352.
- राष्ट्रपति शासन – अनुच्छेद 356.
- वित्तीय आपातकाल – अनुच्छेद 360.
वित्तीय आपात की घोषणा की तारिक से दो महीने के भीतर संसद के दोनों सदनों की स्वीकृति मिलना जरुरी है।
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