रेतीली जमीन पर हम कई बार चले होंगे और हमने अनुभव किया होगा की आम जमीन की तुलना में रेतीली जमीन पर चल पाना कठिन होता है। बचपन में रेतीली जमीन पर मस्तो करने में हर किसी को मजा आता है, रेट के साथ बच्चो का खेलना आज भी देखा जाता है जिन्हें देख कर हमे बचपन की याद आ जाती है। पर बचपन में हमारा दिमाग ज्यादा विकसित नही होता है इसीलिए वह तर्क वितर्क करने में सक्षम नही होता है पर बच्चो में छोटी छोटी बात जानने की बड़ी जिज्ञासा होती है जिस कारण वे बेतुके प्रश्न भी पूछते रहते है। पर जैसे जैसे हम बड़े होते जाते है हमारा दिमाग कारण ढूंढने लगता है। ऐसा ही एक प्रश्न है जी अधिकतर लोगो के दिमाग में आ सकता है वो है रेतीली जमीन पर चल पाना कठिन होता है क्यों? तो आइये जानते है इसका कारण।
रेतीली जमीन पर चल पाना कठिन होता है क्यों?
रेट बहुत ही बारीक कणों से बनी हुई होती है जिसके कारण उनमे आपस में किसी भी प्रकार का बंध नही होता है और जैसा की हम जानते है कि हर कि हर क्रिया की एक विपरीत प्रतिक्रिया होती है और जब हम रेट पर पैर रखते है तब हमारे पैर का बल रेट के प्रतिक्रिया बल की तुलना में पृथक होता है जिस कारण वह अपनी जगह है हिल जाते है और हमारा पैर अंदर की और धस जाता है यही कारण है की रेतीली जमीन पर चल पाना कठिन होता है।
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