जीवन में सकारात्मक रहना बहुत ही जरुरी है। क्यूंकि सकारात्मक रहना ही आपको सफल बना सकता है, अगर आपको भी ऐसा लगता है कि आपके विचार नकारात्मक होते जा रहे हैं तो आप नीचे दिए गये उपायों के द्वारा अपनी सोच को सकारात्मक बना सकते हैं। जीवन में नकारात्मक परिस्थिति कभी भी आ सकती है और ऐसे में आप खुद को हताश और अकेला महसूस भी कर सकते हैं। पर ऐसे में बस आपको आपका नजरिया बदलने की जरूरत होती है।
सकारात्मक सोच कैसे विकसित करें?
जीवन का नाम ही संघर्ष है, आप अगर ऐसा मानते हैं कि जीवन में कभी भी आपको मुश्किलों का सामना न करना पड़े तो यह बिलकुल भी सभव नहीं है। कभी भी परिस्थितियों को दोष नहीं देना चाहिए क्यूंकि ऐसा नकारात्मक विचार रखने वाले लोग ही करते हैं। जो लोग सकारात्मक सोच रखते हैं, वो कभी परिस्थिति को दोष नहीं देते हैं व सामने खड़ी हर मुसीबत का सामना करते हैं तथा खुद को कभी भी कमजोर नहीं समझते हैं। अगर हम हर परिस्थिती में सकारात्मक विचार रखेंगे तो हर मुश्किल का सामना कर सकेंगे, positivity आपके लिए सफलता के द्वार खोलने का काम करती है, एक सकारात्मक व्यक्तित्व को हर जगह पसंद किया जाता है। अगर आप हर परिस्थिती को नकारात्मक तरीको से देखोगे या फिर उसके परिणामो को नकारात्मक दर्शाने का काम करोगे तो हर कोई आपसे दुरी बना लेगा। इसीलिए अपने अंदर जितने हो सके उतने कम नकारात्मक विचार लाये।
विपरीत परिस्थितिया आती रहेंगी पर इन परिस्थितियों में खुद को सकारात्मक रखना ही उचित है वरना हमें अन्य दूसरी परेशानियों से भी सामना करना पड़ सकता है जैसे अवसाद, अकेलापन, ऊर्जा की कमी, अवांछित परिणाम आदि।
आइये जानते हैं उन तरीको को जिनके द्वारा आप अपने विचारो को सकारात्मक बना सकते हैं हर परिस्थिति का सामना खुल कर सकते हैं।
लक्ष्य निर्धारण
जिनके लक्ष्य निर्धारित होते हैं वो अन्य लोगो की तुलना में अधिक सकारात्मक रहते हैं क्यूंकि वे अपने लक्ष्य के लिए समय निकालते हैं तथा अनावश्यक परिस्थित में नही फंसते हैं। जिनके लक्ष्य नहीं होते हैं वे अपने समय को तो व्यर्थ करते ही है साथ ही उनके खाली मन में कई तरह के नकारात्मक विचार भी जन्म लेने लगते हैं। जिसका बुरा असर उनके जीवन पर पड़ता है और उन्हें कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है, इसीलिए हमेशा अपने लक्ष्यों का निर्धारण करें, छोटे छोटे लक्ष्यों के साथ कुछ बड़े सकारात्मक लक्ष्य भी जरुर बनाए।
नकारात्मक सोच वाले लोगों से दूर रहे
हम जैसे लोगों के साथ रहते हैं वैसे ही लोंगो के विचारो को ग्रहण करने लगते हैं।
इसीलिए उन लोगों से दूर रहना चाहिए जो नकारात्मक सोच रखते हैं क्योकि ऐसे लोग आपकी सोचने की क्षमता को सीमित कर देते हैं और हर परिस्थिति में नकारात्मक बातें कर आपको हिम्मत देने की जगह आपका मनोबल तोड़ने का काम करते हैं। अगर आप ऐसे लोगो से दुरी बनाकर रखें तो आपके अंदर सकारात्मक विचारों की कमी नहीं होगी और आप कामयाबी पा सकेंगे। नकारात्मक सोच वाले लोग आपकी सफलता में बाधा बनते हैं, यह लोग हर परिस्थिति में बुरा ही सोचते हैं।
यदि आप इनसे दुरी बना पाने में असमर्थ हैं तो इनकी बातों को इग्नोर करना सीखिए।
शिकायत न करें
जो लोग हद से ज्यादा शिकायत करते हैं उनके आचरण में नकारात्मकता होती है और ऐसे लोगो को समाज में सम्मान भी नही मिलता हैं। इसीलिए हर समय शिकायत न करें व परिस्थिति के अनुसार निर्णय लें और विपरीत परिस्थितियों में शिकायत करने की जगह उससे बाहर आने की योजना बनाए। अगर आप केवल शिकायत करते रहेंगे तो समय हाथ से निकल जाएगा और आप अधिक समस्याओ से घिर सकते हैं। शिकायत करना बुरा नहीं है पर अगर आप आवश्यकता से अधिक शिकायत करेंगे तो यह आप पर नकारात्मक असर डालेगी।
मुस्कान है जरूरी
मुस्कुराता हुआ चेहरा हर किसी को पसंद आता है, हो सकता है आप किसी न किसी परेशानी से घिरे हो पर न मुस्कुराने से वो समस्या हल नहीं होगी इससे आप और अधिक दुःख महसूस करेंगे, इसीलिए कहा जाता हैं की हर परिस्थिती का सामना मुस्कुरा कर करना चाहिए। अगर आप मुस्कान के साथ किसी भी समस्या का समाधान निकालना चाहोगे तो यह आसान होगा ना कि हताश रहा कर।
ईर्ष्या न करें
ईर्ष्या मन में नकारात्मकता लाती है, किसी की सफलता से जलने की जगह कड़ी मेहनत करना ही उचित है। अगर आप ईर्ष्या करेंगे तो कभी भी सफल नही हो सकेंगे और नकारात्मक विचारों को जन्म देंगे जिसका असर आपके निजी जीवन पर पड़ेगा। किसी के भी सुख को देख कर हमें ईर्ष्या नही करनी चाहिए बल्कि सामने वाले की मेहनत की प्रशंसा करना चाहिए और अपने लक्ष्यों पर ध्यान देना चाहिए। ईर्ष्या आपकी छवि को धूमिल करती है, लोग आपके बारे में बुरा भला कहने लगते हैं और औरों के आपके प्रति व्यवहार पर भी इसका बुरा असर पड़ता है।
संतुलित खाएं और व्यायाम करें
व्यायाम और संतुलित भोजन आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करते हैं, इसलिए योग तथा भोजन पर ध्यान देना चाहिए। अगर आपको अत्यधिक नकारात्मक विचार आते हैं और आप हर परिस्थिती में खुद को असहाय महसूस करते हैं तो आपको योग तथा व्यायाम जरुर करना चाहिए और आप पाएँगे की आप के अंदर एक अलग ही शक्ति का संचार हो रहा है और आपमें पहले की तुलना में अब किसी भी परिस्थित से निपटने की अधिक शक्ति है।
FAQs
व्यायाम, संतुलित आहार और सकारात्मक लोगो का साथ आदि।
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Very nice