समानार्थक शब्द संचार, लेखन और भाषा सीखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे ऐसे शब्द हैं जिनका अर्थ दूसरे शब्दों के समान होता है, और समानार्थक शब्द का उपयोग करने से लेखन की गुणवत्ता बढ़ाने और इसे अधिक दिलचस्प बनाने में मदद मिल सकती है। पर्यायवाची शब्दों के प्रयोग से लेखन में शब्दों दोहराव से बचा जा सकता है। शब्दों का दोहराव लेखन को उबाऊ बना सकता है, जो पढने वाले को उदासीन कर सकता है। पर्यायवाची शब्दों का उपयोग कर के लेखक समान शब्दों से बदल सकते हैं जो उनके लेखन की गुणवत्ता को सुधार सकते हैं। यह लेखन के लिए महत्वपूर्ण है जहां एक ही शब्द का बार-बार उपयोग करने से लेख की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। हिंदी भाषा सीखने वालों के लिए पर्यायवाची शब्द आवश्यक हैं क्योंकि यह उनकी भाषा की भी उत्कृष्टता को सुधारने करने में मदद करते हैं, पर्यायवाची शब्द एक ही शब्द को बार-बार उपयोग करने से बचाते हैं। समानार्थक शब्द संचार, लेखन और भाषा सीखने के लिए जरूरी हैं। आगे आप जानेंगे कि विष का पर्यायवाची शब्द क्या होता हैं?
विष का पर्यायवाची शब्द
ज़हर, हलाहल, गरल।
FAQs
जहर का विलोम शब्द अमृत है।
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