दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए

जानिए दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का क्या है सही समय, ताकि हो सकें हर मनोकामना पूर्ण

No Comments

Photo of author

By Shubham Jadhav

हिन्दू धर्म में नवरात्रि पर्व को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है इन दिनों हर कोई माँ दुर्गा को प्रसन्न करने की कोशिश करता है। कुछ भक्त दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करते हैं, तो आइये जानते हैं कि दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए? व दुर्गा सप्तशती पढ़ने से क्या होता है?

दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए

नवरात्र के दौरान लोग दुर्गा सप्तशती के 13 अध्यायों का पाठ करते हैं। इसे पूरा पढ़ने में लगभग तीन घंटे का समय लगता है। लेकिन आजकल, लोग बहुत व्यस्त हैं और उनके पास इतना समय नहीं है कि वे इसे हर दिन पढ़ते है। दुर्गा सप्तशती पाठ के लिए उत्तम समय प्रातः काल को माना जाता है।

दुर्गा सप्तशती पढ़ने से क्या होता है?

श्री दुर्गा सप्तशती एक विशेष पुस्तक है जो दुर्गा माता की शक्तिशाली देवी की कहानी बताती है। यह वेद व अन्य प्राचीन ग्रंथों के समान ही महत्वपूर्ण है। यदि कोई व्यक्ति नौ दिनों तक मां दुर्गा की आराधना करता है और उनकी पूजा करता है और नियमों का पालन करता है, तो ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा उनकी किसी भी बड़ी समस्या को दूर करने में मदद कर सकती हैं।

  • जब आप यह पाठ कर रहे हों तो श्लोक को हमेशा पूरा ख़त्म करना चाहिए।
  • जब आप शब्द कहते हैं, तो आपको उन्हें सही क्रम में बोलने की आवश्यकता होती है।
  • पाठ में जब माँ किसी दुष्ट प्राणी को हरा दे तो बीच में न रुकें बल्कि जब पूरा पाठ समाप्त हो जाए तब ही रुकें।

यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपको पाठ से अपेक्षित अच्छे परिणाम नहीं मिल सकेंगे।

FAQs

दुर्गा सप्तशती का पाठ कैसे करना चाहिए?

पहले नवार्ण मंत्र, कवच, कीलक और अर्गला स्तोत्र का पाठ करें जिसके बाद दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

दुर्गा सप्तशती में कितने स्तोत्रम हैं?

दुर्गा सप्तशती में कुल 700 श्लोक है।

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

0Shares

Leave a Comment