अहोम साम्राज्य की स्थापना 1228 में की गयी थी। ताई जाति के लोग अहोम कहलाते हैं, यह लगभग ६ साल तक ब्रह्मपुत्र गति में रहे थे, इस समय यह ताई राजकुमार चुकाफ़ा के साथ यहा आये थे। चुकाफ़ा और उसके साथ के अनुयायियों ने इस वंश की स्थापना की थी। क्या आप जानते हैं कि अहोम राजाओं का संबंध किस राज्य से था? अगर नही तो इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े।
अहोम राजाओं का संबंध किस राज्य से था?
अहोम राजाओं का संबंध असम राज्य से था, अहोम के लोगो की संस्कृति में स्थानीय तिब्बती-बर्मी की संस्कृति का मिश्रण भी है। यह लोग दो भाषाओ का उपयोग करते हैं जिसमे असमिया, अहोम शामिल है। राजा सुहंगमुंग ने इसका पुनर्संगठन किया था तथा आगे चल कर ब्रिटेन ने इन पर कब्जा कर लिया।
अहोम आबादी के लगभग एक तिहाई लोग अभी भी प्राचीन ताई धर्म फुरलांग का पालन करते हैं। अहोम भाषा अपना अस्तित्व न खोदे इसके लिए उसे पुनर्जीवित करने की कोशिश जारी है साथ ही इनके स्कूल भी खोले जा रहे हैं। भारत में अहोम लोगों की जनसंख्या २०,००,००० के आस पास है। अधिकांश लोग मांसाहारी होते हैं जो सूअर का मांस, चिकन, बतख, मेंढक, कई प्रकार की मछलियां आदि खाते हैं।
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