मेसोपोटामिया क्षेत्र उत्तरपूर्वी सीरिया, दक्षिणपूर्वी तुर्की तथा ईरान का क़ुज़ेस्तान प्रांत के क्षेत्र में शामिल हैं। यहाँ कांस्ययुगीन सभ्यता का उदय हुआ था, 150 ईसा पूर्व, मेसोपोटामिया पर्शियन साम्राज्य के अंकुश में था। आगे आप जानेंगे कि मेसोपोटामिया से होकर कौन सी नदी निकलती है?
मेसोपोटामिया से होकर कौन सी नदी निकलती है?
मेसोपोटामिया का अर्थ होता हैं दो नदियों के बीच और इसी आधार पर इस क्षेत्र का नाम मेसोपोटामिया रखा गया है। मेसोपोटामिया से हो कर दो नदियाँ बहती है जिनका नाम दजला (टिगरिस) और फ़ुरात (इयुफ़्रेटीस) है। मेसोपोटामिया की सभ्यता इन नदियो के बीच ही पली बड़ी है तथा विकसित हुई थी। दजला मेसोपोटामिया की पूर्वी की और फरात पश्चिमी की ओर बहने वाली नदी थी।
इसकी चार प्रमुख सभ्यताएं हैं -सुमेरिया, बेबीलोन, असीरिया तथा कैल्ड्रिया। यह बहुत प्राचीन सभ्यता है। इस सभ्यता का पहला साम्राज्य इराक और सीरिया जैसे देश थे। इनकी सभ्यता में कृषि, शिकार, घर बना कर रहना आदि शामिल है। यह पशुपालन भी किया करते थे तथा कई देवताओ की पूजा भी करते थे। मेसोपोटामिया में मान्यता है कि दुनिया एक सपाट डिस्क की तरह थी, एक विशाल, पवित्र स्थान और उससे ऊपर, स्वर्ग से घिरा हुआ क्षेत्र ही दुनिया है। इस सभ्यता में फसलों का रोपण, श्राप लिपि, गणित , खगोल विज्ञान तथा कृषि का विकास भी शामिल है।
FAQs
मेसोपोटामिया दजला और फ़ुरातनदियों के बीच है।
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