बगलामुखी मंत्र का अर्थ क्या है?

बगलामुखी मंत्र का अर्थ क्या है?

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By Shubham Jadhav

आज आप जानेंगे कि बगलामुखी मंत्र का अर्थ क्या है? तथा इसके क्या क्या लाभ है?

बगलामुखी मंत्र का अर्थ तथा लाभ

बगलामुखी माता पार्वती जी का उग्र स्वरूप है, तथा यह दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या हैं। माना जाता है कि दुनिया की सारी तरंगे इन्ही की वजह से है, इस देवी के हाथ में गदा भी विद्यमान है तथा यह सम्पूर्ण संसार की सबसे शक्तिशाली देवी भी मानी जाती है। यह पीले वस्त्र में होती है इसीलिए इन्हें पीताम्बरी देवी भी कहा जाता है।

इस देवी में दुश्मन को निस्तब्ध कराने और स्थिर कराने की क्षमता है, इस देवी को बुराईयों का नाश करने वाली देवी कहा गया है, देवी बगलामुखी का मंत्र यानिकी बगलामुखी मंत्र कष्टों को हरने के अलावा वित्तीय असुरक्षा, कानूनी कठिनाइयों, पुरानी समस्याओं और दुर्घटनाओं से सुरक्षा करता है। यह भक्तो की रक्षा करता है तथा अविश्वसनीय रूप से प्रभावी है।

इस मंत्र का जाप सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच करने से अच्छे लाभ मिलते हैं। माता बगलामुखी की प्रतिमा सामने रखे तथा जप माला के साथ इस बगलामुखी मंत्र का जाप करे। इस मंत्र के अनेक लाभ है जैसे यह शत्रुओं को शांत कर सकता है, उनकी य्प्ज्नाओ को विफल करता है, मानसिक बीमारियों से राहत, सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करना आदि।

बगलामुखी मंत्र

ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:

बगलामुखी मंत्र का अर्थ

हे बगलामुखी देवी, सभी नकारात्मक मनुष्यों और शत्रुओ के चरणों को रोक दों, उनकी जिव्हा पर अंकुश लगा दों, और उनकी बुद्धि का विनाश कर दो।

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