Balkrishna Bhatt Kis Kaal Ke Rachnakar Hai

Balkrishna Bhatt Kis Kaal Ke Rachnakar Hai – बालकृष्ण भट्ट किस युग के रचनाकार है?

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By Shubham Jadhav

बालकृष्ण भट्ट का जीवन परिचय : इनका जन्म 23 जून 1844 को प्रयाग वर्तमान समय के प्रयागराज उत्तरप्रदेश में एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था। इनके पिताजी का नाम पं॰ वेणी प्रसाद था। भट्ट जी की प्रारंभिक शिक्षा एक मिशनरी स्कूल से प्राप्त की किन्तु वहां के ईसाई पादरी से वाद-विवाद होने के कारण उन्होंने वह स्कूल छोड़ दिया। और अपने घर पर ही संस्कृत का अध्ययन किया। शुरुवात में उन्होंने, हिंदी प्रदीप नामक मासिक पत्रिका का संपादन किया और 32 वर्षों तक इस पत्रिका का संपादन किया। आईये जानें Balkrishna Bhatt Kis Kaal Ke Rachnakar Hai – बालकृष्ण भट्ट किस युग के रचनाकार है? व इनकी प्रमुख रचनाएं कौन कौन सी हैं?

Balkrishna Bhatt Kis Kaal Ke Rachnakar Hai?

वे भारतेन्दु युग के प्रमुख रचनाकार है उनका भारतेन्दु युग के निबंध लेखकों में प्रमुख स्थान है। बालकृष्ण भट्ट हिंदी गद्य विधा के प्रमुख रचनाकार है। वे हिंदी भाषा के प्रसिद्ध उपन्यासकार, नाटककार, पत्रकार और निबंध लेखक थे। इन्हें वर्तमान समय की गद्य प्रधान कविता का प्रणेता कहा जा सकता है। बालकृष्ण जी को हिंदी के अतिरिक्त संस्कृत,अंग्रेज़ी, उर्दू एवं फारसी का भी अच्छा ज्ञान है।

बालकृष्ण भट्ट की रचनाए –

भट्ट जी ने निबन्ध, नाटक और उपन्यासों की रचना की है, उनकी प्रमुख रचना निम्न है-

निबन्ध-

  • प्रतिभा
  • माधुर्य
  • साहित्य का सभ्यता से घनिष्ठ संबंध है
  • आशा
  • आत्मगौरव
  • चंद्रोदय
  • संसार महानाट्यशाला
  • प्रेम के बाग का सैलानी
  • माता का स्नेह
  • आंसू
  • लक्ष्मी
  • कालचक्र का चक्कर
  • भिक्षावृत्ति
  • आकाश पिप्पल
  • शब्द की आकर्षण शक्ति
  • साहित्य जनसमूह के हृदय का विकास है
  • रुचि
  • बोध
  • एक अद्भुत अपूर्व स्वप्न

नाटक –

  • दमयन्ती स्वयंवर
  • बाल-विवाह
  • चन्द्रसेन
  • रेल का विकट खेल

उपन्यास –

  • नूतन ब्रह्मचारी
  • सौ अजान और एक सुजान
  • रहस्यकथा

भट्ट जी अपनी पत्रिका हिंदी प्रदीप में अधिक व्यस्त रहते थे कि उन्हें पुस्तक लिखने का समय नहीं मिलता था फिर भी उन्होंने “रेल का विकट खेल”, “नूतन ब्रह्मचारी”, “सौ अजान एक सुजान”, “भाग्य की परख” और “बाल विवाह”आदि पुस्तकें लिखीं।

भट्ट जी की मुख्य रचनाओं का संग्रह साहित्‍य अकादमी द्वारा “बालकृष्‍ण भट्ट : रचना संचयन” नाम से प्रकाशित किया गया है।

FAQs

बालकृष्ण भट्ट की प्रमुख रचनाएं कौन कौन सी हैं?

बालकृष्ण भट्ट की प्रमुख रचनाओं में प्रतिभा, माधुर्य, साहित्य का सभ्यता से घनिष्ठ संबंध है, बंध है, आशा, आत्मगौरव, दमयन्ती स्वयंवर, बाल-विवाह आदि सम्मिलित हैं इनकी और रचनाएं ऊपर दी गयी हैं।

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