इस लेख में बर्बरीक किसका पुत्र था इस प्रश्न का उत्तर दिया गया है।
बर्बरीक किसका पुत्र था?
वर्तमान में बर्बरीक की पूजा खाटु श्याम जी के रूप में की जाती है। बर्बरीक महाभारत का पात्र है जो घटोत्कच और अहिलावती के पुत्र थे। बर्बरीक की माता का कहना था कि वे हमेशा हरने वाले की ही सहायता करे इसीलिए खाटु श्याम जी को हारे का सहारा कहा जाता है। बर्बरीक बहुत ही शक्तिशाली थे उनके पास मात्र तीन तीर थे जिसके मात्र एक तीर से महाभारत का युद्ध खत्म कर सकते हैं। बर्बरीक महाभारत के युद्ध में हरने वाले तरफ से लड़ने के लिए जा रहे थे तभी भगवान कृष्ण ने सोचा की हार तो कोरव रहे है और अगर बर्बरीक उनका साथ देगा तो पांड्वो की हार निश्चित है यह देख कृष्ण बर्बरीक के पास पहुछेऔर अपनी भक्ति का प्रमाण देने लिए कहा तभी बर्बरीक ने कहा की आप जो कहोगे में वो करने के लिए तैयार हु इस समय भगवान कृष्ण ने उनका सर मांग लिया, और बर्बरीक ने आपना सर भगवान के चरणों में अर्पित कर दिया बर्बरीक को भक्ति देख भगवान कृष्ण ने उन्हें यह वर दिया की वे कलयुग में उनके नाम से जाने जाएँगे जो आज खाटू में स्थित मंदिर है वह बर्बरीक का ही मन्दिर है जिसे खाटू श्याम के नाम से जाना है।
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