जिस तरह भारत में पवित्र नदियाँ है उसी प्रकार एक नदी है जिसे भारत का शोक नदी के रूप में जाना जाता है क्या आप जानते है कि भारत का शोक किस नदी को कहा जाता है? अगर नही तो इस लेख को अंत तक जरुर पढ़ियेगा।
भारत का शोक किस नदी को कहा जाता है?
भारत का शोक कर्मनाशा नदी को कहा जाता है इसके नाम से ही यह प्रतीत होता है कि यह नदी अशुभ नदी है। कर्म नाशा मतलब कर्म यानिकी कार्य का नाश करने वाली नदी। यह नदी भारत के बिहार और उत्तर प्रदेश राज्यों में बहती है तथा इसकी कुल लम्बाई 192 किमी है। यह नदी बिहार के बक्सर ज़िले के चौसा गाँव के समीप गंगा में विलय हो जाती है।
इस नदी को शौक नदी कहे जाने के पीछे एक पोराणिक कथा है जिसमे यह कहा गया है कि एक बार देवताओं और विश्वामित्र में युद्ध चल रहा था और त्रिशंकु धरती तथा आसमान के बीच उलटे लटक गये थे। इस समय उनके मुंह से तेजी से लार टपक रही थी जिससे यह नदी धरती पर प्रकट हुई। एवं ऋषि वशिष्ठ ने राजा को चांडाल होने का श्राप दिया था जिस कारण उनकी लार से बनी नदी को भी शापित कहा गया है।
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