इस लेख में आप जानेंगे कि भूकंप का मापन किस प्रकार किया जाता है (how to measure earthquake) और किन कारणों से भूकम्प आता है।
भूकम्प क्या है?
पृथ्वी की सतह पर महसूस होने वाले कम्पन को भूकम्प कहते हैं। यह पृथ्वी के अंदर स्थित ऊर्जा के अचानक बाहर आ जाने कि वजह से ऐसा होता है। क्योकि तरंग ऊर्जा एक प्रकार का कम्पन पैदा करती है जिससे पृथ्वी स्थल पर रह रहे लोगो को झटके महसूस होते हैं, यह कई बार बहुत हिंसात्मक हो सकता है, भूकम्प कुछ ही क्षणों में बड़ी बड़ी इमारतो को गिरा सकता है यह भूकम्प की तीव्रता पर आधारित है की कितनी क्षति होगी। भूमि में इस कम्पन का कारण भूकम्पीय तरंगों को माना गया है।
भूकंप का मापन किस प्रकार किया जाता है? (how to measure earthquake)
रिक्टर स्केल ने एक यंत्र बनाया था जो भूकम्प की तीव्रता मांपने का काम करता है, इस यंत्र को उन्ही के नाम पर रिक्टर स्केल कहा जाता है।
रिक्टर स्केल लॉगरिथम के आधार पर काम करता है। यह भूकम्प की तीव्रता को न्यूनतम 1 से अधिकतम 10 के बीच दर्शाता है। रिक्टर स्केल में वृद्धि तरंगो की ध्वनि को मापने की क्षमता है। यह उसी आधार पर भूकम्प की तरंगो को आंकड़ों में परिवर्तित करता है। इस स्केल के अनुसार प्रति स्केल भूकंप की तीव्रता 10 गुना तक बढ़ जाती है। और भूकंप के कारण धरातल में जिस ऊर्जा का निर्माण तथा प्रवाह होता है वह प्रति स्केल 32 गुना तक बढ़ जाती है यानिकी 5 रिक्टर स्केल पर निकालने वाली ऊर्जा 4 रिक्टर स्केल पर निकालने वाली ऊर्जा से लगभग 31 गुना ज्यादा होती है।
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