आखिर क्या होती है चैपबुक और कैसे पड़ा इसका ये नाम?

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By Shubham Jadhav

चैपबुक? ये वर्ड आपने कहीं न कहीं तो सुना ही होगा लेकिन आखिर इसका मतलब होता क्या है? अगर इसी की तलाश में आप आज यहां आये हैं तो चलिए हम बताते हैं आपको इस प्रश्न का उत्तर।

चैपबुक से क्या आशय है?

यह एक छोटी किताब या पैम्फलेट है जिसमें कविताएँ, गाथागीत, कहानियाँ या धार्मिक ट्रैक्ट शामिल होते हैं। चैपबुक को छोटी पुस्तको को संदर्भित करने के लिए उपयोग किया जाता आ रहा है, इन किताबों में कवर नही होता है। इसे हिंदी में फेरीपुस्तिका कहते हैं।

यह है नाम के पीछे की वजह –

यह पुराने समय में फेरी वालो के द्वारा यानिकी चैपमेन के द्वारा ठेले पर बेची जाती थी। इसीलिए इसे चैपबुक कहते हैं।

सोलहवीं शताब्दी में सबसे ज्यादा लोकप्रिय रही इस तरह की पुस्तक आज भी उपलब्ध है। यह केवल लघु कथाएँ, गीत, फ्लैश फिक्शन, क्रिएटिव नॉनफिक्शन का संग्रह रही हैं, पुराने समय में इसमें कविताओं को संग्रह नहीं किया जाता था, क्योकि यह काफी छोटी होती थी। पर आज के समय में कविता चैपबुक माध्यम का सबसे स्थायी रूप साबित हुई है। यह हर वर्ग के लिए होती है जिसमे परियों की कहानी, भूतो की कहानी भी शामिल है। इसका एक निश्चित आकार निर्धारित नही है पर आम तौर पर यह 8.5 इंच x 11 इंच तक होती है।

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