गणेश चतुर्थी के दौरान घर में गणपति जी विराजित किये जाते हैं, तथा पुरे विधि विधान से उनकी पूजा अर्चना की जाती है, यदि कोई व्यक्ति इन दिनों भगवान गणेश की श्रद्धा पूर्वक पूजा आरती करता है तो उसकी सारी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं, उसके घर में सुख-समृद्धि रहती है तथा बुद्धि का भी विकास होता हैं क्योकि गणेश जी बुद्धि के भी देवता माने गये हैं। इस दिन बहुत सी बातों का ध्यान रखना चाहिए तो आइयें जानते हैं कि गणेश चतुर्थी के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
गणेश चतुर्थी के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की स्थापना करते समय सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपके घर में मन्दिर किसी भी तरह की कोई घंडित मूर्ति तो नहीं हैं, यदि है तो उसे वहां से हटा दें। और गणेश जी की स्थापना हमेशा ईशान कोण में ही करना चाहिए। इस बात का ध्यान रखे कि स्टोर रूम में, सीढ़ियों के नीचे कभी भी प्रतिमा को स्थापित न करें।
गणेश चतुर्थी को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए, इस दिन तन के साथ मन को भी पवित्र रखना चाहिए, यदि आप इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं और चतुर्थी का व्रत करते हैं तो गणेश ही शीघ्र ही आपकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
इस दिन तामसिक चीजो का सेवन करने से बचना चाहिए, और नहीं गणेश जी को किसी भी तामसिक चीज का भोग लगाना चाहिए, तामसिक चीजो में प्याज, लहसुन शामिल है।
किसी भी चतुर्थी पर चन्द्रमा के दर्शन नहीं करना चाहिए और खास कर गणेश चतुर्थी पर तो भूल कर भी चन्द्रमा के दर्शन नहीं करना चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है, एक बार चन्द्र देवता ने गणेश जी के शरीर का मजाक बनाया था तभी गणेश जी ने उन्हें श्राप भी दे दिया था।
गणेश जी की पूजा में कभी तुलसी का उपयोग नहीं किया जाता है क्योकि गणेश जी ने तुलसी द्वारा किये गये विवाह के आग्रह को ठुकरा दिया था, तुलसी ने गणेश जी को दो विवाह का श्राप भी दिया था।
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