आज आप जानेंगे कि गरुड़ पुराण के कितने अध्याय हैं?
गरुड़ पुराण के कितने अध्याय हैं?
गरुड़ पुराण हिन्दू धर्म का एक प्रमुख ग्रन्थ है जिसे व्यास जी ने लिखा है। इस पुराण में मरने के बाद आपके द्वारा किये गये पापो के लिए दी जाने वाली सजा का वर्णन है। और इसके अलावा इस ग्रन्थ में अन्य जानकरिया भी दी गयी है जैसे पत्नी के क्या क्या कर्तव्य है आदि।
गरुड़ पुराण के अधिष्ठातृ देव भगवान विष्णु हैं, हिन्दू धर्म में कुल 18 पुराण है उन्ही मेसे एक गरुड़ पुराण है जिसमे कुल 18000 श्लोक, और 271 अध्याय है। गरुड़ पुराण भगवान विष्णु द्वारा उनके वाहन गरुड़ को सुनाई गयी थी।
गरुड़ पुराण को लेकर कई गलत धारणाएँ है जैसे कि कुछ लोगो का मानन है कि गरुड़ पुराण का पाठ करते समय आत्मा वहां उपस्थित होती हैं पर ऐसा नही है गरुड़ पुराण केवल ज्ञान का संचार करने के लिए पढ़ी जाती है और जिसकी मृत्यु हुई है उसके मोक्ष के लिए। गरुड़ पुराण का पथ किसी भी व्यक्ति के मरने के उपरांत किया जाता है क्योकि ऐसा करने से उसकी आत्मा को शांति मिलती है तथा सुनने वाले को ज्ञान की प्राप्ति होती है।
FAQs
किसी की मृत्यु के बाद 13 दिनों तक गरूड़ पुराण का पाठ किया जाता है।
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