गुलाब को संस्कृत में क्या कहते हैं?

गुलाब को संस्कृत में क्या कहते हैं?

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By Shubham Jadhav

गुलाब एक फुल है जो लाल, गुलाबी, सफेद आदि रंग में पाया जाता है। इस धरती पर कई प्रकार के फूल पायें जाते हैं पर गुलाब ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण और उपयोगी फूल है। यह बहुत ही सुंदर फूल है, यह फूल बहुत ही कोमल होता है साथ ही यह सुगन्धित भी होता है। इस फूल से बहुत सी चीजें बनती हैं जैसे इत्र, साबुन, गुलकंद, मालाएँ आदि। गुलाब के फूल को प्रेम का प्रतिक माना जाता है। हम हर साल 12 फरवरी को गुलाब दिवस मनाते हैं। यह बहुत ही आकर्षक फूल है जिसका आकार ज्यादा बड़ा भी नही होता है जिस कारण यह ज्यादा उपयोगी है। इस फूल के तनो पर काटे पायें जाते हैं, यह फूल पुरे वर्ष भर उगते हैं इसे फूलो का राजा भी कहा जाता है, यह फूल हर किसी को पसंद होता है। आज आप जानेंगे कि गुलाब को संस्कृत में क्या कहते हैं?

गुलाब को संस्कृत में क्या कहते हैं?

गुलाब को संस्कृत में पाटलम् कहते हैं। इस फूल के आस पास तितलियाँ और भवरे मँडराते हुए देखे जाते हैं यह पूजा में भी प्रयोग किया जाता है।

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