केला को संस्कृत में क्या कहते हैं?

केला का संस्कृत अनुवाद – केला को संस्कृत में क्या कहते हैं?

No Comments

Photo of author

By Shubham Jadhav

केला तो हर किसी ने कभी न कभी खाया ही होगा, यह बहुत ही आसनी से मिल जाने वाला फल है, जो भारत के मिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम में उगाया जाता है। यह पुरे साल आने वाला फल है जिसमे विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी आदि पाए जाते हैं और साथ ही पोटेशियम, कैल्शियम, सोडियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और आयरन जैसे खनिज भी होते हैं। यह हड्डियों को मजबूत भी करते हैं और शरीर को उर्जावान बनाते हैं। बहुत से देश है जो केले की खेती बड़ी मात्रा में करते हैं जैसे भारत, चीन, युगांडा, इंडोनेशिया, ब्राजील और फिलीपींस। पके केले को दूध के साथ लेने से वजन में वृद्धि होती है। आगे हम जानेंगे कि केला को संस्कृत में क्या कहते हैं?

केला को संस्कृत में क्या कहते हैं?

केला को संस्कृत में कदलीफलं कहते हैं। केले खाने के बहुत से लाभ है ये अस्थमा जैसी बीमारियों से बचाता है। रोजाना केला खाने से वजन में वृद्धि होती है तथा शरीर को कैल्शियम मिलता है।

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

0Shares

Leave a Comment