कमल फूल को संस्कृत में क्या कहते हैं?


कमल का फूल भारत के अलावा ईरान तथा आस्ट्रेलिया में भी पाया जाता है। यह बहुत ही सुंदर फूल है जो पानी पर उगता है। यह अधिकांश दो रंग में पाया जाता है सफेद तथा गुलाबी। इस फूल के पत्ते गोल होते है जो पानी पर तेरते हैं। इस फूल का तना छोटी नली के समान होता है। इसका आकार इसकी प्रजाति पर निर्भर करता है क्योकि इसकी अनेक जातियां पाई जाती है। यह रुके हुए पानी ही उगता है और इसकी जड़ो को कम ऑक्सिजन की जरूरत होती है इस कारण यह कम ऑक्सिजन वाली मिट्टी में भी उग जाते हैं। एशिया में पाए जाने वाले कमल के फूल अधिकांश गुलाबी ही होते है पर कही कही सफेद और पीले रंग के भी कमल के फूल देखे गये हैं। क्या आप जानते हैं कि कमल फूल को संस्कृत में क्या कहते हैं?

कमल फूल को संस्कृत में क्या कहते हैं?

कमल के फूल के कई संस्कृत नाम है – पद्म, पंकज, पंकरुह, सरसिज, सरोज, सरोरुह, सरसीरुह, जलज, जलजात,नलिन, उत्पल, पुंडरीक, तामरस, इंदीवर, कुवलय, वनज, नीरज, वारिज, अंभोरुह, अंबुज, अंभोज, अब्ज, अरविंद।

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