कहा जाता है कि भगवान हर जगह नहीं रह सकते हैं इसलिए उन्होंने माँ को बनाया है। माँ वो शख़्स है जो अपने बच्चों और परिवार की खुशहाली के लिए दिन भर काम करती है हर मदद करती है तथा कभी भी उन्हें अकेला और असहाय महसूस नहीं होने देती हैं। पर इस दुनिया का नियम है कि जो इस धरती पर आया है उसे एक न एक दिन जाना है और सबसे ज्यादा दुःख किसी अपने के जाने पर ही होता है और उसकी कमी हमारे दिल को बड़ा दुखी कर देती है। आज के लेख में स्वर्गीय माँ पर शायरी दी गयी है, जिन्हें आप शेयर कर अपनी भावना व्यक्त कर सकते हैं। (Miss You Maa Quotes In Hindi, माँ की याद में शायरी, heart touching maa shayari, माँ की याद स्टेटस, Miss You Maa Shayari Status In Hindi)
स्वर्गीय माँ पर शायरी
माँ के बिना जीवन की हर खुशी अधुरी होती है,
माँ के होने से ही हमारी जिंदगी पुरी होती है।
तुझे देखते ही मेरे चेहरे पर आ जाती थी मुस्कुराहट,
माँ तेरे बिना ख़त्म हो गयी मेरे मुस्कुराने की चाहत।
आज ये सबको समझना है जरूरी,
मां के बिना जिंदगी होती है अधुरी।
स्वर्गीय माँ पर शायरी
वो माँ ही थी जिसे हर वक्त रहती थी मेरी फिक्र,
अब वो नहीं रही सिर्फ रह गयी उसकी यादों की जिक्र।
तेरी कही हर बात मेरे कानों में गूंजती है,
ये आंखें हर पल सिर्फ माँ तुझे ही ढूंढती है।
रब से तेरी खुशियों की फरियाद करता हूँ,
माँ मैं हर दिन हर पल तुझे याद करता हूँ।
नहीं रहा घर में खुशियों का पेहरा,
तरसता रहता हूँ देखने को तेरा चेहरा।
Miss You Maa Quotes In Hindi
मेरी हर गलती को वो अपने ऊपर ले लेती थी,
वो मेरी माँ ही थी जो मुझसे बहुत प्यार करती थी।
जो हमेशा मेरे सपनों को पुरा करने के लिए रखती थी आस,
आज सपने तो पूरे हो गए मगर
उन सपनों के पुरा होने का जश्न मनाने वाली माँ नहीं है पास।
जो रखती थी सर पर मेरे ममता का हाथ,
आज वही ममता की मूर्ति नहीं है मेरे साथ।
मुझे डाँट कर वो हर बात समझाती थी
मैं रो देता तो प्यार से चुप कराती थी
दुनियाँ मैं कोई नहीं समझ पाता मेरा दर्द
माँ एक तू थी जो हर बात समझ जाती थी।।
तेरे हाथों के अलावा माँ, मैं किसीके हाथ का
खाना भी नहीं खा पाता था
अब रूखी सुखी खाने को मजबूर हो गया
कभी छोटी छोटी बातों पर तुमसे रूठ जाता था।।
माँ की याद में शायरी
मुझे खुश देख कर तू भी मुस्कुराती थी
मैं रोता तो माँ तू भी उदास हो जाती थी
आज कोई मेरे दर्द को नहीं समझ पाता
मेरे हर दर्द को आंखों से जान जाती थी।।
अब खाने में आता नहीं वो स्वाद,
माँ बहुत आती है मुझे तेरी याद।
जब माँ पास थी तो जीवन में खुशियां थी,
आज माँ पास नहीं तो जीवन में खुशियां भी नहीं है।
माँ तू जब मुझे अपने गले लगाती थी,
मेरी हर परेशानी दूर भाग जाती थी।
अब पूरा घर सुना लगता है,
माँ के बिना सब कुछ अधूरा लगता है।
heart touching maa shayari
माँ मेरे साथ तेरी यादों का एहसास है,
ऐसा लगता है जैसे तू मेरे आस पास है,
इससे फर्क नहीं पड़ता कि तू कितनी दूर है,
क्योंकि माँ तेरा आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ है।
लोगों के सामने मुस्कुराते हैं
मगर रात को सो ना पाते हैं
जिनकी माँ नहीं होती दुनियाँ में
वो अपना दर्द दिल में ही दबाते हैं।।
कभी बेटे से उसकी माँ को ना जुदा करे
दुश्मन पर भी ऐसा कहर ना खुदा करे।।
तेरी याद में सब कुछ भूल गया
कि ये दुनिया कितनी प्यारी थी,
सारा ही जहाँ ये था अपना
जब पास हमारे माँ हमारी थीं।
स्वर्गीय माँ पर शायरी
तेरी सुनाई लोरियां आज भी कानों में गूंजती हैं
घर की हर चीज में ये आँखें बस तुझे ही ढूंढती हैं,
कहाँ गयी है तू जो तेरी कोई खोज खबर नहीं मिलती
जहन में तो आज बस तेरी यादें ही घूमती हैं।
Emotional Maa Shayari
मेरे ख्वाबों का दरिया जैसे सूख सा गया है
तेरे जाने के बाद
तू पास थी तो खुशियों के सैलाब बहा करते थे
सहूलतों का लालच ले आया हमें माँ से दूर,
और माँ के बिना हर सहूलियत बेकार लगती है।
दिल में दर्द सा होता है
आँखें ये भर-भर जाती हैं,
माँ तेरे साथ बिताये पलों की
यादें जब मुड़-मुड़ आती हैं।
जब भी कभी जिन्दगी में खुशियों की बात आती है,
भर जाती हैं मेरी आँखें और बस माँ याद आती है।
न लोरी सुनाता है कोई
न प्यार से खाना खिलाता है,
तेरे जाने के बाद ओ माँ
हर लम्हा मुझे रुलाता है।
Maa ki Yaad Shayari In Hindi
माँ जब से मेरी तेरे संग ये दूरी हो गयी
जिन्दगी जीना जैसे एक मजबूरी हो गयी,
आज पूरी तो हो गयी हर ख्वाहिश मेरी
मगर तेरे बिना जिन्दगी अधूरी हो गयी।
कितने भी बुरे हालत रहें न भूखा हमें सुलाती थी,
वो प्यारी हमारी माँ अक्सर खुद भूखी सो जाती थी।
वक़्त बीत गया है और बीत गयी हैं सारी बातें,
तेरे जाने के बाद कुछ बचा है तो
खामोश दीवारें और उदास रातें।
न दिल से तुम्हारी जुदाई का दर्द जाता है
न ही ये आँखें अब सोती हैं,
अब समझ में आता है उनका दर्द
जिनकी इस दुनिया में माँ नहीं होती है।
तेरे साथ गुजरे लम्हे ही तो
अब मेरे जीने का सहारा है,
तुझे क्या बताएं माँ
तेरी यादों का हमें हर हिस्सा प्यारा है।
स्वर्गीय माँ पर शायरी
मेरे बचपन में मेरी सारी जिम्मेवारियां
उसने पूरी शिद्दत से निभाई थीं,
कैसे हो सकती थी किस्मत में परेशानियाँ मेरी
मेरे हाथों की लकीरें मेरी माँ ने बनायीं थीं।
तेरी यादों में ही मेरी हर रात कट जाती है
न आँसू रुकते हैं और न तू आती है,
कुछ गुनाह किया हो तो उसकी सजा दे मुझे
यूँ दूर जाकर मुझे अब क्यों रुलाती है?
हाँ, चिढ़ता था तेरी बातों से
जब डांट के दूध पिलाती थी,
पर अब याद बहुत करता हूँ
कि तू कितना लाड लडाती थी।
ये उसकी ही परवरिश का असर है
जो आज मैं इस मुकाम पर हूँ,
सारा जीवन लगा दिया था उसने
मुझे इस मुकाम तक पहुँचाने को।
Miss You Maa Shayari Status In Hindi
तुझसे प्यार है कितना यह बताना जरूरी नहीं,
बस इतना जान ले माँ तेरे बिन जिंदगी मेरी पूरी नहीं।
हमे नही पता की जन्नत का रुख किस और है,
मगर हाँ मेरी माँ की मुस्कुराहट
जन्नत की खूबसूरती बयां करती है।
ढूंढती है ये आँखें इस अंजान सहर में,
एक चेहरा,
याद दिलाती है माँ की,
जब पड़ोस वाले घर से गुज़रता हूं में।
माँ के हाथो में जादू है,
किस्मत सँवारने का !
फिर वो हाथ चाहे सिर पर फिरे,
या फिर गालो पर।
आज फिर ठंडी रोटी खाई,
आज फिर माँ तेरी याद आई।
अपनी ख्वाहिशों का क़त्ल कर
वो हमेशा हमारे सपनों के लिए जीती थीं,
बस कुछ इसी तरह
हमारी माँ की जिन्दगी बीती थी।
तेरी कमी इस जिन्दगी में मुझे बहुत सताती है,
हो सके तो लौट आ माँ तेरी याद बहुत आती है।
माँ की याद स्टेटस
मेरी बातों को वो कहाँ दिल पे लेती थी,
खता मेरी बस पल भर में भुला देती थी।
खामोश रहने पर भी उसे हो जाती थी फ़िक्र मेरी,
अब तो आँसू बहाने पर भी कोई जिक्र नहीं होता।
मै निकला था एक बंजर से रास्ते की और सुकून की तलाश में,
अदब की बात है कि सुकून मिला मुझे मेरी मां की ही गोद में।
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है,
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है।
आज एक तलाश मै हूं,
ज़िन्दगी के सबसे खूसूरत सुकून की,
और ये सुकून माँ की गोद से शुरू होकर मेरी नींद आने तक रहता हैं।
जागना भी कबूल है तेरी यादों में रात भर,
माँ तेरे एहसासों में जो सुकून है,
वो नींद में कहाँ।
तेरी आशीर्वाद से आगे बढूंगा माँ
तु तो मेरे पास से बहुत दूर चली गईं है,
तुझे दिन रात याद करता हूं मैं माँ,
तुझे हर पल महसूस करता हूं मैं माँ।
माँ तुम बहुत याद आती हो कोट्स
मुझे जताना नहीं आता प्यार मेरी माँ के लिए
बस दिल बेचैन हो उठता है जब वो दिखती नहीं।
यूं तो मैं दुनिया के सारे ग़म, हंसी से उठा लेता हूं,
लेकिन मां जब भी आपकी याद आती हैं,
मैं अक्सर रो दिया करता हूं।
तबियत कुछ नासाज है मेरी,
और माँ की याद आ रही है,
वैसे तो खुशियां भी रूठी हैं हमसे,
अब तन्हाई भी खाए जा रही है
आज बहुत दिनों बाद रोना आ गया माँ,
जब तेरे बने हाथ के उस खानें की याद आया,
जब बहुत भूख लगी थी और खानें में स्वाद नहीं था।
आज माँ तेरी याद मे रो रहा था,
मैं कैसे बताऊ उनका बेटा बीमार है।
स्वर्गीय माँ पर शायरी
माँ मेरे जीवन का हर एहसास हो तुम
बेशक पास नहीं पर, आज भी सबसे खास हो तुम।
माँ दिल से तेरी याद ना जाये,
सुबह रुलाये शाम रुलाये,
दर्द-ए-दिल किसको सुनाऊ,
घुट-घुटकर मैं जीना ना चाहूँ।
सच्चा प्यार करने वाला देखना है तो,
बस एक नजर अपनी माँ को देख लेना।
घर मे सबके सो जाने के बाद, वहाँ एक आवाज थी,
आज पेट भर खाया नही तूने, पक्का वो मेरी माँ थी।
न जाने क्यों आज अपना ही घर मुझे अनजान सा लगता है,
ऐ माँ!
तेरे जाने के बाद ये घर-घर नहीं खली मकान सा लगता है।
न किसी अपने, न पराये की तरह,
मेरे साथ रहना ,मेरे साये की तरह, माँ।
पूछता है जब कोई दुनिया मे मोहबत है कहा,
मुस्कुरा देता हू तब याद आती है माँ।
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
दिन भर की मशक़्क़त से बदन चूर है लेकिन
माँ ने मुझे देखा तो थकान भूल गयी अपनी।
हैरान हो जाता हूँ मैं अक़्सर,
देखकर खुदाओं के दर पे हुजूम,
माँ, तेरी गोद में मुझे,
जन्नत का एहसास होता है।
घर से निकलते ही,
कुछ दूर चलते ही,
बस माँ याद आती है।
हमारा पेट तो उस एक छोटे से निवाले से ही भर गया था,
जो माँ ने खिलाया था काफी अर्से के बाद है।
चूल्हे की तपती आग पर भी वो रोटियां बनाती है,
वो माँ है जो इस तपती आग को परे रख,
अपने बच्चो की भूख मिटाती है।
बचपन मै जिस माँ के रोकने टोकने से मुझको तकलीफ थी ,
आज उसी माँ कि झलक देखने को तरस चुका हूं।
एक अच्छी माँ हर किसी के पास होती है लेकिन, एक अच्छी औलाद हर माँ के पास नहीं होती।
स्याही ख़त्म हो गयी माँ लिखते लिखते
उसके प्यार की दास्ताँ इतनी लम्बी थी
माँ पर शायरी
लोग कहते है की किसी एक के चले जाने से जिंदगी नहीं रूक नहीं जाती
लेकिन ये कोई नहीं जानता की लाखों के मिल जाने से उस एक माँ की कमी पूरी नहीं हो सकती
माँ मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है, तुम्हारी कमी मुझे हर दिन सताती है
तुम्हारे दूर चले जाने के बाद, तुम्हारी याद मुझे अकसर रुलाती है
माँ तुझसे मिलने के लिए बेकरार हूँ पर तेरे पास नहीं आ रहा हूँ
क्यूंकि तेरी आखिरी ख्वाइश मेरी लम्बी उम्र थी
मैं नहीं चाहता की वो भगवान् मेरी हर ख्वाइश सुन ले
पर बस इतना चाहता हूँ की वो बस एक आखिरी दफा मेरी माँ से मेरी बात करा ले
उम्र भर ओ माँ तू मोहब्बत से मेरी खिदमत रही
अब मैं खिदमत लायक हुआ तो तू चली गयी
माँ तेरी याद सताती है, मेरे पास आ जाओ
थक गया हूँ, मुझे अपने आँचल में सुलाओ
माँ सबकी जगह ले सकती है पर कोई माँ की जगह नहीं ले सकता।
स्वर्गीय माँ पर शायरी
मेरी लम्बी उम्र के लिए वो हमेशा दुआ किया करती थी
वो मेरी माँ ही थी जो मुझसे इतना प्यार किया करती थी
कौन सी वो चीज है जो यहाँ नहीं मिलती
सब कुछ मिल जाता है पर माँ नहीं मिलतीं
माँ मैंने सबकुछ अनसुना कर दिया उस दिन से
जिस दिन से तेरी लोरी जैसी आवाज ने मेरे कानों में पड़ना बंद कर दिया
जब जब कागज़ पर लिखा मैंने माँ का नाम
कलम अदब से बोल उठी, हो गए चरों धाम
माँ जब तुम थी, तुम्हारी गोद में सर रखकर सोता था
अब आज तुम नहीं पास मेरे, तुम्हे याद कर के सोता हूँ
न जाने क्यों आज मुझे अपना ही घर अनजान सा लगता है
ए माँ ! तेरे जाने के बाद ये घर-घर नहीं खाली मकान सा लगता है
जब कभी मेरा मन उदास होता है, तब तेरा चेहरा आसपास होता है
तब मिलता है सुकून और विश्वास, माँ तेरे आशीर्वाद का एहसास होता है
जब भी दिल में सच्चे प्यार का एहसास आता है
माँ तेरी कसम मुझे तेरा प्यार याद आता है
माँ की याद सन्देश
माँ पहले आंसू आते थे तो तुम याद आती थी
आज तुम याद आती हो तो आंसू निकल आते है
ज़रा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए
की मेरी माँ मेरे लिए दिए से काजल बनाती है
याद जब भी आती है, आँखों से आंसू छलक ही जाते है
वो खुशनसीब होते है, हर पल जिनकी माँ साथ होती है
मैं करता रहा जन्नत में सैर रातभर
सुबह रात खुली तो देखा सर माँ के क़दमों में था
तुझसे मिल सकूं बस एक दफा माँ, ये में दिल से चाहता हूँ
जिस दिन से तू मुझे छोड़कर गयी है, उस दिन से चाहता हूँ
माँ को याद कर लेता हूँ, जब भी खुद को अकेला पाता हूँ
सामने से ना सही, यादों में ही माँ का प्यार पा लेता हूँ
स्वर्गीय माँ पर शायरी
सच कहती थी माँ
हम जब तक है तब तक अपनी मनमानी कर लो
न आसमां होता न जमीं होती, अगर माँ तुम ना होती
भूल जाता हूँ परेशानियाँ जिंदगी की सारी
माँ अपनी गॉड में मेरा जब सर रख लेती है
रुलाया न कर अब मुझे ऐ जिंदगी
मुझे चुप कराने वाली मेरी माँ अब नहीं है
तेरी यादों को पसंद है मेरी आँखों की नमी
हँसना भी चाहूँ तो रुला देती है तेरी कमी
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है
दुआएँ माँ की पहुँचाने को मीलों मील जाती हैं,
कि जब परदेस जाने के लिए बेटा निकलता है।
माँ ! के आगे यूँ ही कभी खुल कर नहीं रोना,
जहाँ बुनियाद हो, इतनी नमी अच्छी नहीं होती।
पहले ये काम बड़े प्यार से माँ करती थी,
अब हमें धूप जगाती है तो दुःख होता है।
किताबों से निकल कर तितलियाँ ग़ज़लें सुनाती हैं,
टिफ़िन रखती है मेरी माँ तो बस्ता मुस्कुराता है।
कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है पर माँ नहीं मिलती।
माँ पर दो लाइन
तेरी डिब्बे की वो दो रोटिया कही बिकती नहीं
माँ मेंहगे होटलों में आज भी भूख मिटती नहीं
भेजे गए फ़रिश्ते हमारे बचाव को,
जब हुआ हादसात माँ की दुआ से उलझ पड़े।
दिन की रौशनी ख्वाबो को बनाने मे गुजर गयी,
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गयी,
जिस मकान मे तेरे नाम की तख्ती भी नहीं है,
सारी उम्र उस मकान को बनाने मे गुजर गयी।
रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो देखिये,
चोट लगती है हमें और तड़पती है माँ,
हम खुशियों में माँ को भले ही भूल जायें,
जब मुसीबत आती है तो याद आती है माँ।
दुआ को हाथ उठाते हुए लरज़ता हूँ आरिफ़,
कभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते हुए।
कदम जब चूमले मंज़िल तो जज़्बा मुस्कुराता है,
दुआ लेकर चलो माँ की तो रस्ता मुस्कुराता है।
इसलिए चल न सका कोई भी ख़ंजर मुझ पर,
मेरी शह-रग पे मेरी माँ की दुआ रखी थी।
स्वर्गीय माँ पर शायरी
सब कुछ मिल जाता है दुनिया में मगर,
याद रखना कि माँ-बाप नहीं मिलते,
मुरझा कर जो गिर जाये एक बार डाली से,
ये ऐसे फूल हैं जो फिर नहीं खिलते।
बुज़ुर्गों का मेरे दिल से अभी तक डर नहीं जाता दोस्तो,
कि जब तक जागती रहती है माँ मैं घर नहीं जाता।
मुझे बस इस लिए अच्छी बहार लगती है,
कि ये भी माँ की तरह ख़ुशगवार लगती है।
कुछ नहीं होगा तो आँचल में छुपा लेगी मुझे,
माँ ! कभी सर पे खुली छत नहीं रहने देगी।
शायद यूँही सिमट सकें घर की ज़रूरतें,
‘तनवीर’ माँ के हाथ में अपनी कमाई दे।
मुझे कढ़े हुए तकिये की क्या ज़रूरत है,
किसी का हाथ अभी मेरे सर के नीचे है।
“मेरी माँ”
Maa Ki Yaad Shayari Status
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दीं,
सिर्फ़ इक काग़ज़ पे लिक्खा लफ़्ज़—ए—माँ रहने दिया।
आँखों से माँगने लगे पानी वज़ू का हम,
काग़ज़ पे जब भी देख लिया माँ लिखा हुआ।
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी,
जब मैंने मुस्कुराती हुई माँ देखी।
दिल तोड़ना कभी नहीं आया मुझे,
प्यार करना जो सीखा है माँ से।
स्वर्गीय माँ पर शायरी
जन्नत का हर लम्हा, दीदार किया था,
गोद में उठाकर जब माँ ने प्यार किया था।
ये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता,
मैं जब तक घर न लौटूं, मेरी माँ सज़दे में रहती है।
मेरे चेहरे पे ममता की फ़रावानी चमकती है,
मैं बूढ़ा हो रहा हूँ फिर भी पेशानी चमकती है।
एक मुद्दत से मेरी माँ नहीं सोई…
मैंने इक बार कहा था मुझे डर लगता है।
अभी ज़िन्दा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा,
मैं जब घर से निकलता हूँ दुआएं भी साथ चलती है।
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