मनुष्य के शरीर का सबसे मुख्य भाग उसका मस्तिष्क ही होता है। यह मानव शरीर के सभी अंगो का संचालन करने का कार्य करता है। दिमाग ही सभी चीज़ों को याद रखने, किसी भी काम को करने तथा सिखने की शक्ति प्रदान करता है। दिमाग की संरचना बहुत ही जटिल होती है। यह बहुत सी कोशिकाओं और तंत्रिकाओ से मिल कर बना हुआ होता है। यह चार भागो में बंटा हुआ होता है। आज भी न्यूरो साइंटिस्ट दिमाग, उसकी संरचना और उसके विकास को लेकर कई शोध कर रहे हैं और आज भी वे इसे पूरी तरह से जान नहीं पाए हैं। लेकिन हाँ बहुत से लोगो को यह जानने की इच्छा होती है कि इंसान के दिमाग का वजन कितना होता है? यदि आपके मन में भी यही सवाल है तो आप एकदम सही जगह पर आये हैं। तो चलिए हम आज आपको इसका उत्तर बता ही देते हैं। साथ ही हम आपको कुछ रोचक फैक्ट्स भी बताएंगे।
मनुष्य के दिमाग का वजन कितना होता है?
एक स्वस्थ मनुष्य के दिमाग का वजन 1200 – 1400 ग्राम होता है। यानिकी औसत मस्तिष्क भार 1336 ग्राम होता है। एक युवा महिला के मस्तिष्क का वजन औसतन 1198 ग्राम तक होता है। 65 वर्ष की उम्र के बाद दिमाग का वजन घटने लगता है, वृद्धावस्था में मस्तिष्क का भार औसतन 1300 ग्राम होता है।
क्या आप जानते हैं?
- मानव शरीर का सबसे ज्यादा चर्बी वाला अंग दिमाग ही होता है।
- हमारे दिमाग के लिए ऑक्सीजन बहुत जरुरी होती है। अगर हमारे दिमाग को 5 से 10 मिनट तक ऑक्सीजन ना मिले तो दिमाग डैमेज हो सकता है।
- हमारे दिमाग का 75% से अधिक भाग पानी का बना होता है।
- मानव के दिमाग में दर्द की कोई नस नहीं होती है इसलिए दिमाग को किसी भी तरह के दर्द का पता नहीं चलता है।
- हमारा दिमाग 5 साल की उम्र तक 95% बढ़ता है और 18 साल की उम्र तक आते-आते 100% विकसित हो जाता है। इसके बाद दिमाग का बढ़ना रुक जाता है।
- जागते समय मनुष्य का दिमाग 10 वाट की ऊर्जा के बराबर शक्ति प्रदान करता है।
FAQs
मस्तिष्क के 3 हैं – अग्रमस्तिष्क, मध्यमस्तिष्क और पश्चमस्तिष्क।
तो कैसी लगी आपको यह जानकारी? उम्मीद करते हैं आज हमने आपकी जिज्ञासा को थोड़ा सा तो संतुष्ट कर ही दिया होगा। लेकिन हाँ यदि आपके मन में कोई और भी सवाल है तो वो आप हमें पूछ सकते हैं या फिर हमारी वेबसाइट को देख सकते हैं। यहां आपको ढेरों जनरल नॉलेज के प्रश्नों के उत्तर आसानी से मिल जाएंगे। नक्कालों और AI कंटेंट से सावधान रहिए!
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