सपने आने का वैज्ञानिक कारण

सपने आने का वैज्ञानिक कारण क्या है?

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By Shubham Jadhav

लोगों को कईं प्रकार के सपने में आते हैं कुछ अच्छे होते है तो कुछ बुरे भी होते हैं। सपने आना तो आम बात है परन्तु किसी भी सपने का याद रहना आपको तनाव दे सकता है। वैज्ञानिकों का यह मानना है कि सपने आने का संबंध व्यक्ति की याददाश्त से है। सपने आने के फायदे देखें जाए तो किसी भी अनावश्यक चीज का दिमाग से निकल जाना होता है। सपने आने के नुक्सान को देखा जाए तो बुरे सपने पूरा दिन दिमाग में रहकर परेशान करते हैं। यह सब स्लीप साइकल पर भी निर्भर करता है। आइये जानते हैं कि सपने आने का वैज्ञानिक कारण क्या है ?

सपने आने का वैज्ञानिक कारण

वैज्ञानिकों का मानना है की सपने मुख्य तौर पर रैपिड आई मूवमेंट (REM) के दौरान आते हैं। रैपिड आई मूवमेंट (REM) के दौरान दिमाग सोते हुए भी सक्रिय रहता है, इसी वजह से सपने आते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार यह मूवमेंट रात में सोते समय हर 90 मिनट पर होता है और लगभग 20 से 25 मिनट तक रहता है।

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