मेमोरी कितने प्रकार की होती है?

Computer Memory : मेमोरी कितने प्रकार की होती है?

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By Shubham Jadhav

कंप्यूटर को डाटा इनपुट करने के लिए मेमोरी की आवश्यकता होती है। यह किसी भी कंप्यूटर का सबसे जरुरी हिस्सा है। कंप्यूटर के CPU में यह मेमोरी मदरबोर्ड में लगी होती है, जो पुरे सीपीयू को किसी भी तरह की प्रोसेसिंग के लिए जरुरी होती है। आगे आप जानेंगे कि मेमोरी कितने प्रकार की होती है?

मेमोरी कितने प्रकार की होती है?

जिस तरह हमारा दिमाग मेमोरी को स्टोर करता है उसी तरह कंप्यूटर को भी उसकी मेमोरी को स्टोर करने की जरूरत होती है, कंप्यूटर की मेमोरी दो तरह की होती है –

  • प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory)
  • सेकेंडरी मेमोरी (Secondary Memory)

प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory)

प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) कंप्यूटर की प्रमुख मेमोरी होती है. इसे CPU के द्वारा एक्सेस किया जाता है, यह पॉवर न मिलने पर काम नहीं करती है इसीलिए उसका उपयोग मेमोरी को अस्थाई रूप से संग्रहित के लिए किया जाता है। यह स्थाई होती है इसीलिए इसके बिना कंप्यूटर काम नहीं करता है।

प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) के प्रकार –

  • रैम (RAM)
  • रोम (ROM)

रैम (RAM) –

RAM का फुल फॉर्म Random Access Memory होता है. यह वर्तमान कार्यो से सम्बन्धित कार्यो के डाटा को संग्रहित करने का काम करता है, एक बार कंप्यूटर की power off कर दी जाए तो इसके द्वारा process किया गया data lost हो जाता है। रैम का उपयोग मोबाइल, कंप्यूटर, टेबलेट में किया जाता है, इसके दो प्रकार है SRAM और DRAM.

रोम (ROM) –

ROM का फुल फॉर्म Read Only Memory होता है, ROM का कार्य Stored Data, Program और Firmware को RAM को देना होता है। इस प्रकार की मेमोरी Non-Volatile मेमोरी कहलाती है, रोम (ROM) मेमोरी में ऐसे प्रोग्राम को संग्रहित किया जाता है जो कंप्यूटर को शुरू करने के लिए जरुरी होते हैं।

सेकेंडरी मेमोरी (Secondary Memory) –

सेकेंडरी मेमोरी के अंतर्गत हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, सीडी, डीवीडी और ऑप्टिकल डिस्क आते है जो लम्बे समय तक डाटा को स्टोर करने का काम करते हैं। इसमें अधिक डाटा रखा जा सकता है और उसे एक PC से दुसरे में ट्रान्सफर भी किया जा सकता है।

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