पक्षियों की अनेक प्रजातियाँ भारत में पाई जाती हैं, कुछ प्रजातिया केवल जंगलो में पाई जाती हैं और कुछ रहवासी इलाको में भी पाई जाती हैं। शहर में पक्षियों के चहचाहने की आवाज़ गाँव के मुकाबले कम सुनाई देती है क्योकि शहर में गाव और जंगलो की तुलना में कम पक्षी होते हैं, शहरो में बेहद प्रदुषण होता हैं और यहाँ पेड़ पोधो की भी कमी होती हैं इसलिए शहरो में पक्षियों की संख्या कम होती है। आज हम आपको बताने वाले है कि पक्षियों का राजा कौन है?
पक्षियों का राजा कौन है?
हिंदू मान्यताओं के अनुसार गरुड़ पक्षियों के राजा है। हिन्दू धर्म के त्रिदेवो मेसे एक विष्णु भगवान् का वाहन भी गरुड़ पक्षी ही है। गरुड के अनेक नाम है जेसे गरुत्मत्, तार्क्ष्य, वैनतेय, नागान्तक, विष्णुरथ, खगेश्वर, सुपर्ण और पन्नगाशन आदि। इंडोनेशिया का राष्ट्रिय पक्षी भी गरुड़ है जहां की 86.7% जनसंख्या मुस्लिम है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!फिलहाल दुनिया में 1500 गरुड़ मोजूद है इनमें आधे से अधिक गरुड़ भागलपुर में पाए जाते हैं। गरुड़ एक विशाल पक्षी है जो मांसाहारी होता है, यह आसमान में काफी ऊंचाई पर उड़ता है पर इसकी संख्या तेजी से घट रही है जो अच्छा संकेत नही है।
गरुड़ से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- गरुड़ पंख फेलाने के बाद 8 फीट और वजन में 6 किलो का होता है।
- गरुण आकाश में 200-500 फीट ऊँचाई पर 56-58 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।
- क्राउंड ईगल लगभग 120 किलोग्राम वजन तक के स्तनपायी जन्तुओ का शिकार कर सकता है।
- इस पक्षी की आंखें बहुत तेज होती हैं, आसमान की इतनी ऊंचाई पर उड़ने के बाद भी यह अपने शिकार को आसानी से देख सकता है।
FAQs
गरुड़ को पक्षियों का राजा कहा जाता है।
मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी कहा जाता है।
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