भारत के इतिहास में अनेक युद्धों का वर्णन मिलता है जैसे – प्लासी की युद्ध, पानीपत का प्रथम युद्ध, पानीपत का द्वितीय युद्ध, पानीपत का तृतीय युद्ध, बक्सर का युद्ध, चौसा का युद्ध आदि| आज के लेख में हम पानीपत के युद्ध के बारे में जानेंगे – Panipat Ki Ladai Kahan Hui Thi – पानीपत की लड़ाई कहाँ हुई थी? कब-कब हुई थी और किसके बिच हुई थी।
Panipat Ki Ladai Kahan Hui Thi
पानीपत वर्तमान भारतीय राज्य हरियाणा में स्थित है। कहा जाता है, कि महाभारत काल में पांडवों द्वारा खोजे गए पांच शहरो में से एक पानीपत भी है| बारहवीं शताब्दी के बाद से उत्तर भारत के नियंत्रण को लेकर कई निर्णायक लड़ाइयां लड़ी गयीं। पानीपत की लड़ाई पानीपत में ही हुई थी।
पानीपत का प्रथम युद्ध-
यह युद्ध 21 अप्रैल सन 1526 में बाबर और इब्राहिम लोदी, के बीच लड़ा गया था | इसी युद्ध से भारत में मुग़ल साम्राज्य की नीव रखी गयी थी| ऐसा कहा जाता है, की इस युद्ध में बाबर की सेना में 12,000-25,000 के करीब सैनिक और 20 मैदानी तोपें थीं। लोदी का सेनाबल कुल 100000 से 110000 के आसपास था| इस युग में मुगलों की निर्णायक जीत हुई थी|
पानीपत का दूसरा युद्ध-
यह युद्ध हेमचंद्र विक्रमादित्य (हेमू) जोकि वर्तमान हरियाणा के रेवाड़ी का एक हिन्दू था और मुग़ल शासक अकबर की सेना के बीच 5 नवम्बर 1556 को लड़ा गया था| अकबर की ओर से उसके सेनापति खान जमान और बैरम खान ने युद्ध किया था| युद्ध में मुगलों की जीत हुई ओर हेमू को गिरफ्तार कर मौत की सजा दी गई थी। उसका कटा हुआ सिर काबुल के दिल्ली दरवाजा पर प्रदर्शन के लिए भेजा गया था| इस युद्ध से मुगलों का वर्चस्व कायम हो गया ओर दिल्ली का साम्राज्य अगले तीन सौ वर्षों तक मुगलों के पास ही रहा।
पानीपत का तीसरा युद्ध-
यह युद्ध अहमद शाह अब्दाली और मराठा सेनापति सदाशिव राव भाऊ के बीच 14 जनवरी 1761 को हुआ था | मराठों के पास उत्तर भारत में दिल्ली ही धनापूर्ति का एकमात्र साधन थी परंतु अब्दाली को रोकने के लिए यमुना नदी के पहले उन्होंने एक सेना तैयार की थी,परंतु अहमदशाह ने नदी पार कर ली और वह मराठों कि वास्तविक जगह और स्तिथी का पता लगाने में सफल रहा । करीब डेढ़ महीने की मोर्चा बंदी के बाद 14 जनवरी सन् 1761 को बुधवार के दिन सुबह 8:00 बजे यह दोनों सेनाएं आमने-सामने युद्ध के लिए आ गई | इस युद्ध में एक लाख से ज्यादा लोग मारे गए । पानीपत का यह युद्ध भारत के इतिहास का सबसे काला दिन रहा। और इसमें कई सारे महान सरदार मारे गए जो इस देश के लिए लड़ रहे थे| इसमें सदाशिवराव भाऊ, शमशेर बहादुर, इब्राहिम खान गार्दी, विश्वासराव, जानकोजी सिंधिया की मृत्यु हो गई।इस युद्ध के बाद खुद अहमद शाह दुर्रानी ने मराठों की वीरता को लेकर उनकी काफी तारीफ की और मराठों को सच्चा देशभक्त भी बताया।
FAQs
पानीपत का प्रथम युद्ध बाबर ने जीता। इसी युद्ध से भारत में मुग़ल साम्राज्य की नीव रखी गयी थी|
पानीपत (हरियाणा) में पानीपत का युद्ध हुआ था।
पानीपत की 3 लड़ाई लड़ी गयी। 1526, 1556 व 1761 में। इनके बारे में अधिक जानकारी ऊपर दी गयी है।
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