वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण महाकाव्य है जिसमे कुल 24,000 श्लोक, 500 उपखंड तथा 7 काण्ड है। जिसके बालकांड में लक्ष्मण परशुराम संवाद मोजूद है, जिसमे राम भगवान द्वारा जब सीता माता के स्वयंवर में परशुराम जी का धनुष तोडा जाता है जिसके बाद परशुराम जी क्रोधित हो जाते हैं और राम भगवान को भला बुरा कहने लगते हैं, यह सुन कर लक्ष्मण जी को भी गुस्सा आ जाता है, जिसके बाद लक्ष्मण और परशुराम जी में एक लम्बा संवाद चलता है जिसमे क्रोध, तथा अतिश्योक्ति मोजूद है। क्या आप जानते हैं कि लक्ष्मण परशुराम संवाद में मुख्य रस कौन सा है? अगर नही तो इस लेख में आपको इसका उत्तर मिल जाएगा।
लक्ष्मण परशुराम संवाद में मुख्य रस कौन सा है?
लक्ष्मण परशुराम संवाद में वीर रस है। इस संवाद है क्रोध के साथ साहस शामिल है सभी पदों में क्रोध, वीरता उपस्थित है। राम लक्ष्मण परशुराम संवाद की रचना अवधी भाषा में की गई है।
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