यदि आप जानना चाहते हैं कि पाटलिपुत्र का नाम पटना किसने रखा था तो आप इस लेख की मदद से यह जान सकते हैं, यहाँ आपको इस का उत्तर मिल जाएगा ।
पाटलिपुत्र का नाम पटना किसने रखा था?
शेरशाह सूरी ने पाटलिपुत्र का नाम बदलकर पटना कर दिया था, उनका असली नाम फरीद खान था, शेरशाह सूरी का कार्यकाल 1540 से 1545 के बीच था, जब उन्होंने मुग़ल सम्राट हुमायूं के खिलाफ युद्ध किया और भारत में सुर वंश की स्थापना की। शेरशाह सूरी ने अपनी सेना के साथ तलकोटा की लड़ाई में मुग़ल सम्राट हुमायूं को हराया और दिल्ली आए। उन्होंने अपने काबिली प्रशासन के तहत दिल्ली सल्तनत को स्थापित किया।
पटना का इतिहास
पटना का पुराना नाम पाटलिपुत्र,कुसुमपुर,पुष्पपुरी और अजिमावाद भी था। पटना, बिहार की राजधानी, भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहा का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है और यह एक ऐतिहासिक नगर है। इसका पुराना नाम पाटलिपुत्र था, जिसका मतलब होता है ‘पतली के पुत्र’। पटना का इतिहास मौर्य साम्राज्य के समय से ही शुरू होता है। मौर्य साम्राज्य के सम्राट अशोक ने इसे अपनी राजधानी बनाया था और यहाँ से बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ था। मौर्य साम्राज्य के बाद पटना का इतिहास सम्राट अकबर के समय मुग़ल साम्राज्य के अधीन आया। इसके बाद पटना ने ब्रिटिश शासन के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, पटना का स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी महत्वपूर्ण योगदान था। महात्मा गांधी के नेतृत्व में पटना में अनेक सत्याग्रह आयोजित हुए थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, पटना ने अपने विकास की गति को तेजी से बढ़ाया। यहाँ विभिन्न विश्वविद्यालय, संस्थान और सरकारी दफ्तर स्थित हैं और यह बिहार की शिक्षा और प्रशासनिक केंद्र है।पटना में मौर्य साम्राज्य के समय के स्मारक और स्तूप जैसे ऐतिहासिक स्थल हैं, पटना के पास नालंदा और विक्रमशिला जैसे महत्वपूर्ण शिक्षा संस्थान भी हैं, जो बौद्ध धर्म के अध्ययन केंद्र रहे हैं। गोलघर, जो किला की तरह बना हुआ है, एक मुग़ल समय का भवन है और यह भी पटना का महत्वपूर्ण स्मारक है। इसका इतिहास भारतीय संस्कृति और इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह आज भी एक बड़ा और विकासशील शहर है जो भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है।
पटना के प्रमुख स्थान
- पटना के पास नालंदा और विक्रमशिला जैसे प्राचीन शिक्षा संस्थान हैं, जो बौद्ध धर्म के अध्ययन केंद्र रहे हैं।
- गोलघर एक प्राचीन भवन है जो मुग़ल काल के समय का है और इसका निर्माण अकबर शाहबाद के लिए हुआ था। यह भी एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।
- पटना म्यूजियम, जो पाटलिपुत्र के इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण संग्रहण है।
- कूम्हारार पटना का एक धातु मूर्तिकला केंद्र है जो पाटलिपुत्र के खगौल रोड पर स्थित है। महावीर मंदिर भी पटना का प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो भगवान महावीर को समर्पित है।
- बिहार शरीफ एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो मुस्लिम धर्म के श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है।
- आगम कुआं एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जो हिन्दू धर्म के श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है।
- पटना के पास सितामढ़ी वन भी है, जो एक प्राकृतिक सौंदर्य स्थल है और वन्यजीवों के लिए एक सुरक्षित स्थल है।
FAQs
वर्तमान समय में पटना जिले की आबादी 73.52 लाख है।
पटना बिहार राज्य, भारत में स्थित है और यह बिहार की राजधानी है।
पटना का जलवायु उष्णकटिबंधीय होता है, जिसका मतलब होता है कि यहाँ गर्मियों में तापमान बहुत ऊँचा हो सकता है और सर्दियों में सुखद मौसम रहता है।
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