आज आप जानेंगे कि पवन चक्की के उपयोग क्या क्या हैं?
पवन चक्की के उपयोग
पवन चक्की जिन्हें इंग्लिश में Wind mill कहा जाता हैं, इनका उपयोग सदियों से कई कामो के लिए किया जाता आ रहा हैं, पवन चक्कियों का उपयोग अनाज पीसने, पानी पंप करने और औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए, यांत्रिक शक्ति प्रदान करने के लिए किया जाता था। आज के समय में पवन चक्कियों का उपयोग मुख्य रूप से बिजली पैदा करने के लिए किया जाता है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!विद्युत उत्पादन
आज पवन चक्कियों के सबसे आम उपयोग बिजली उत्पादन है, पवन चक्की हवा की गतिज ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करके बिजली उत्पन्न करते हैं, जिससे बिलजी बनती है। आज के समय में बिजली का उपयोग अत्यधिक मात्रा में होता है और आने वाले समय में यह उपयोग बढ़ने वाला है।
पानी पम्पिंग
पवन चक्कियों का उपयोग सिंचाई, पानी पंप करने के लिए किया जा सकता है। उन क्षेत्रों में जहां बिजली नहीं है या जहां डीजल जनरेटर बहुत महंगे हैं, पवन चक्कियां पानी पंप करने के लिए एक अच्छा सस्ता विकल्प हैं। पवन चक्कियों का उपयोग उन क्षेत्रों में पानी पंप करने के लिए भी किया जा सकता है जहां पानी की आपूर्ति नहीं होती है, जैसे रेगिस्तानी क्षेत्रों में।
अनाज की पिसाई
पवनचक्की अनाज पीसने के लिए उपयोग की जाती थी, और आज भी कही कही इसका उपयोग अनाज पिसने के लिए किया जाता हैं। जिन क्षेत्रों में बिज्लती नही रहती हैं वहां खास कर इसका उपयोग अनाज पीसने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा पवन चक्कियों का उपयोग अन्य सामग्रियों, जैसे खनिजों और मसालों को पीसने के लिए भी किया जा सकता है।
औद्योगिक क्षेत्रो में
पवन चक्कियों का उपयोग संपीड़ित हवा उत्पन्न करने के लिए भी किया जा सकता है, जिसका उपयोग विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रो में हैं , संपीड़ित हवा का उपयोग उपकरणों को बिजली देने, गैस सिलेंडर भरने और अन्य कामो के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा कंप्रेशर्स को चलाने के लिए पवन चक्कियों का उपयोग किया जाता है।
हाइड्रोजन उत्पादन
पवन चक्कियों का उपयोग हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए भी किया जा सकता है, पवन चक्कियो द्वारा उत्पन्न बिजली का उपयोग करके पानी का विद्युत अपघटन करके हाइड्रोजन का उत्पादन किया जा सकता है। हाइड्रोजन का उपयोग वाहनों के ईंधन के रूप में, हीटिंग और बिजली उत्पादन के ईंधन के रूप में किया जा सकता है।
FAQs
पवन चक्की का मूल सिद्धांत पवन ऊर्जा पर आधारित है।
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