प्राकृतिक सुंदरता से आपका क्या अभिप्राय है?

प्राकृतिक सुंदरता से आपका क्या अभिप्राय है?

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By Shubham Jadhav

प्रश्न – प्राकृतिक सुंदरता से आपका क्या अभिप्राय है?

प्राकृतिक सुंदरता से आपका क्या अभिप्राय है?

प्राकृतिक सुन्दरता उसे कहा जाता है जिन्हें मनुष्यों द्वारा निर्मित नही किया गया है और इन्सानो द्वारा इनमे काफी हद तक परिवर्तन नही किया जा सकता है, नदियाँ पर्वत, जंगल, जिव जन्तु आदि सभी प्राकृतिक तत्व है। आसान भाषा में कहा जाए तो वह सुंदर वस्तु, स्थान, या जीव जिसे मानव ने निर्मित नही किया है जो प्रकृति के द्वारा सराहा गया है उसे प्राकृतिक सुन्दरता कहा जाता है।

हमें जीवित रहने के लिए जिन आवश्यक चीजों को जरूरत है वो भी हमे प्रकृति से प्राप्त होती है जैसे पानी, हवा, भोजन आदि। प्रकृति की सुंदरा का अनुभव करने के लिए आपको उसके साथ घुलना मिलना होगा और उसके महत्व को समझना होगा। प्रकृति में अनेक प्रकार की सुन्दरता मौजूद है, पहाड़ो की ऊँचाई से लेकर नदियों की गहराई तक, सूक्ष्म जीव से लेकर विशालकाय जानवरों तक सबकुछ प्रकृति द्वारा निर्मित है इसलिए इसकी सराहना करना गलत नही है।

माना जता है कि प्राकृतिक सुन्दरता का मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्योकि यह तनाव को कम करता है, प्रदुषण को भी नियंत्रित करने का काम करता है। परन्तु मानव अपने स्वार्थ के लिए इस प्राकृतिक सुंदरता को नष्ट कर रहा है, बढती आबादी और बढ़ते प्रदुषण के कारण यह प्राकृतिक सुंदरता प्रभावित हो रही है। प्राकृतिक सुंदरता बस एक पर्यटन का साधन मात्र ही रह गयी है जिस कारण इन पर गम्भीरता से बात नही की जाती है, प्राकृतिक सुंदरता को देखने के ज्यादा उसे बचाने की जरूरत है और इस पर कार्य किया जाना बहुत जरुरी है वरना भविष्य में कई प्रकार की समस्याएँ आ सकती है।

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