भारत के हर घर में रोजाना रोटी खाई जाती है और हर तरह की सब्जी या दाल के साथ परोसी जाती है, रोटी को बनाना काफी आसान है, केवल आटे, तेल, पानी, और नमक से रोटी बनाई जा सकती है। रोटी को बनाते समय आप पाएँगे कि जब उसे गैस पर पकाया जाता है तब वह फूलने लगती है पर जब उसे बनाया जाता है तब वह केवल एक परत में ही होती है तो ऐसे में आपके दिमाग में यह सवाल जरुर आता है कि आखिर रोटी को बनाते समय वह फूलने क्यों लगती है तथा इसमें कौनसी गैस आ जाती है तो आइये जानते हैं कि रोटी किस गैस के कारण फूलती है?
रोटी किस गैस के कारण फूलती है?
रोटी का फूलना कोई जादू नहीं है यह केवल एक क्रिया है जो कार्बन डाईऑक्साइड गैस के कारण होती है, जी हाँ रोटी कार्बन डाईऑक्साइड गैस के कारण फूलती है, जब गेंहूँ के आटे में पानी मिलाया जाता है तब गेंहू में पाए जाने वाले प्रोटीन के कारण एक परत सी बन जाती है जिसमे कार्बन डाईऑक्साइड गैस होती है। ग्लूटन एक प्रोटीन होता है जो गेहूं पाया जाता है जिसकी प्रवृति है कि वह कार्बन डाईऑक्साइड गैस को सोख कर रखता है।
जब आटे को गुंथा जाता है तब वह हल्का सा फुला रहता है यह कार्बन डाईऑक्साइड गैस के कारण ही होता है, जब रोटी को सेंका जाता है तब यह गैस बाहर निकलने लगती है और रोटी में दो परतो का निर्माण हो जाता है। तथा भाप के कारण रोटी की परते दूर होने लगती है और रोटी फूल जाती है।
ग्लूटेन की मात्रा कम होने पर रोटी अच्छे से नहीं फूलती है इसीलिए मक्के की रोटी गेंहू की रोटी की तुलना कम फूलती है या कई बार तो फूलती ही नहीं हैं केवल एक ही परत दिखाई पड़ती है।
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