शैल चित्रकारी का क्या अर्थ है?


आज आप जानेंगे कि शैल चित्रकारी का क्या अर्थ है?

शैल चित्रकारी का क्या अर्थ है?

पत्थरों पर की गयी चित्रकारी शैल चित्रकारी कहलाती है। प्राचीन समय में ऐसा किया जाता था तब पत्थरों पर कई प्रकार की आकृतिया जैसे पशु, पक्षी, रीतिरिवाज, संस्कृति, पहनावा आदि अंकित की जाती थी। यह चित्र प्राचीन समय के हिसाब से बहुत ही सुंदर और बुद्धिमत्ता से बनाए हुए प्रतीत होते हैं।

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पहले के लोग गुफाओ में रहा करते थे और वह अपने पास मौजूद हथियारों से पत्थरों पर कई प्रकार के चित्र अंकित कर देते थे जो आज भी आपको पृथ्वी के कई हिस्सों में देखने को मिल जाते हैं। इन चित्रों के द्वारा वैज्ञानिक उस समय की जानकारियाँ जुटाते हैं और आज बहुत सी जानकारियाँ भी प्राप्त कर ली है।

यह उस समय की जीवन शेली को दर्शाते हैं तथा उस समय के लोग किस तरह से अपना जीवन व्यतीत करते थे यह भी समझने में मदद मिलती है। भारत में भी आपको कई स्थान पर शैल चित्रकारी देखने को मिल जाएगी। मध्यप्रदेश का भीमबेटका शैल चित्रकारी के लिए पुरे विश्व में प्रसिद्ध है, पुरापाषाणिक आवासीय पुरास्थल के रूप जाना जाता है और अगस्त १९९० में राष्ट्रीय महत्त्व स्थल घोषित किया जा चुका है।

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