स्त्री-पुरुष अनुपात की गणना किस प्रकार की जाती है

स्त्री-पुरुष अनुपात की गणना किस प्रकार की जाती है?

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By Shubham Jadhav

आज के इस लेख में आप जानेंगे कि स्त्री-पुरुष अनुपात की गणना किस प्रकार की जाती है, हमारे देश का लिंगानुपात कितना है, लिंगानुपात निकालने का सूत्र क्या है आदि।

स्त्री-पुरुष अनुपात की गणना किस प्रकार की जाती है?

भारत में प्रति एक हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या को लिंग अनुपात कहते हैं। यह आसानी से यह जानने का तरीका है की किसी स्थान पर पुरुष ज्यादा है या महिलाए ताकि अनुपात में ज्यादा अंतर आने पर उसे समय रहते सुधारा जा सके। भारत में 2011 की जनगणना के अनुसार लिंगानुपात 943 है मतलब 1000 पुरुषो पर 943 महिलाऐं। भारत में हमेशा से महिलाओ की संख्या पुरुषो से कम रही है इसके मुख्य कारण स्त्री तथा पुरुष दोनों में बहुत भेदभाव, भ्रूण हत्या, स्त्री शिशु हत्या, स्त्रियों के प्रति घरेलु हिंसा, प्रसव के दोरान महिलाओ की मृत्यु आदि रहें है।

लिंगानुपात निकालने का सूत्र

महिलाओ की संख्या / पुरुषो की संख्या * 1000 = लिंगानुपात

महिलाओं की संख्या को पुरुषो की संख्या से भाग दे कर 1000 से गुना करने पर लिंगानुपात निकलता है।

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