बकरी को संस्कृत में क्या कहते हैं

बकरी को संस्कृत में क्या कहते हैं?

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By Shubham Jadhav

बकरी को संस्कृत में क्या कहते हैं यह जानने के लिए इस लेख को अंत तक जरुर पढ़ियेगा, हम संस्कृत भाषा को बढावा देना चाहते हैं और इस भाषा के महत्व को कम होने से रोकना चाहते हैं।

बकरी को संस्कृत में क्या कहते हैं?

संस्कृत में नर बकरी को अजः और मादा बकरी को अजा कहा जाता है।

बकरी एक ऐसा जानवर है जो सबसे ज्यादा पाला जाता है इसका उपयोग दूध तथा मांस की पूर्ति के लिए किया जाता आ रहा है। पूरी दुनिया में इसका व्यवसायीकरण होता है, पूरी दुनिया बकरी पालन का व्यवसाय सफलापूर्वक चल रहा है।

कृषि से जुड़े लोग बहुतायत में बकरी पालन करते हैं इसका दूध बड़ी मात्रा में बाजारों में बिकता आ रहा है। साथ ही बकरे का मांस भी लगभग हर देश में बड़ी मात्रा में बिकता है। हर देश बकरियों की संख्या को बढ़ने का कार्य कर रहा है। बकरियों में यह खूबी होती है कि वे खुद को वातावरण के मुताबिक ढाल लेती है। बकरी की कई नसले पाई जाती है जैसे चम्पा, गद्दी, जमनापुर आदि।

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