जीवन को सुखमय बनाने के लिए हिन्दू धर्म में पूजन करने की परम्परा बरसों से चली आ रही है। हिन्दू धर्म में यह मान्यता है कि पूजन करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। मनोकामना पूरी करवाने के लिए भी लोग कई प्रकार के पूजन करते हैं, अपनी मनोकामना पूरी करवाने के लिए व्यक्ति कई प्रकार के नियमों का पालन भी करता है, यह नियम पूजन की विधि से सम्बन्धित होते हैं। आज हम जानेंगे कि बुधवार को पीपल पर जल चढ़ाना चाहिए या नहीं?
बुधवार को पीपल पर जल चढ़ाना चाहिए या नहीं?
बुधवार को पीपल पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा रविवार के दिन भी पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाना वर्जित होता है। पीपल का वृक्ष हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। पीपल की पूजा को शास्त्रों में बहुत ही चमत्कारी परिणाम देने वाला बताया गया है। पीपल के वृक्ष की शनिवार को पूजा करने से व्यक्ति के सभी संकट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही उसे धन, समृद्धि, यश, कीर्ति आदि की भी प्राप्ति होती है।
FAQs
शनिवार या अमावस्या को पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाने से जहां विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती हैं।
सामान्य रूप से पीपल की तीन परिक्रमा लगाना चाहिए, पर यदि आप किसी के स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं तो आपको 108 परिक्रमा लगाना चाहिए।
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