रुद्राक्ष एक प्रकार का बीज है, पर यह कोई सामान्य बीज नहीं है आपके अधिकांश साधुओं के गले में, हाथ पर इस रुद्राक्ष की माला को जरुर देखा होगा। यह बहुत ही चमत्कारी माने जाते हैं और कई समस्याओं का अंत कर सकते हैं क्योकि इनका सम्बन्ध भगवान शंकर से है, वह भी रुद्राक्ष को धारण किये हुए हैं और हिन्दू धर्म के प्रमुख भगवानो मेसे एक है। यदि आपको करियर को लेकर चिंता है या फिर मेहनत के बाद भी आप अपने करियर में सफल नहीं हो रहें हैं तो आपको एक बार जरुर रुद्राक्ष से जुड़े इस उपाय को आजमाना चाहिए आइये जानते हैं कि करियर के अनुसार कौन-सा रुद्राक्ष पहनने से होगा लाभ?
कैसे हुई हैं रुद्राक्ष की उत्पत्ति
रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओ से हुई हैं, माना जाता है कि जहाँ-जहाँ शंकर भगवान के आंसू गीरे थे वहा-वहा इस रुद्राक्ष के पेड़ की उत्पत्ति हुई थी, इसीलिए इसे रुद्राक्ष कहा जाता है क्योकि रुद्राक्ष में रूद्र का अर्थ शंकर भगवान से है तथा अक्ष का अर्थ आँख से है। यह रुद्राक्ष से मानसिक शांति, सकारात्मकता और कई लाभ प्राप्त होते हैं इसीलिए इसे धारण किया जाता है, संसार में एक मुखी से लेकर 21 मुखी तक के रुद्राक्ष पाए जाते हैं जिनका अलग अलग उपयोग है।
करियर के अनुसार कौन-सा रुद्राक्ष पहनने से होगा लाभ
No. | करियर | रुद्राक्ष |
---|---|---|
1. | प्रशासन अधिकारी बनने के लिए | १३ मुखी और १ मुखी |
2. | बैंक का अधिकारी बनने के लिए | ११ मुखी और ४ मुखी |
3. | न्यायाध्यक्ष बनने के लिए | १४ मुखी और २ मुखी |
4. | पुलिस विभाग और आर्मी के लिए | ९ मुखी और ४ मुखी |
5. | सिविल इंजीनियर बनाने के लिए | ८ मुखी और १४ मुखी |
6. | राजनीति में सफल होने के लिए | १४ मुखी और १ मुखी |
7. | चिकित्सा-सहायक बनने के लिए | ४ मुखी और ३ मुखी |
8. | टीचर या प्रचारक बनने के लिए | १४ मुखी और ६ मुखी |
9. | मैकेनिकल इंजीनियर के लिए | १० मुखी और ११ मुखी |
10. | वायुसेना में शामिल होने के लिए | १० मुखी ११ मुखी |
11. | व्यापार के लिए | १४ मुखी और १३ मुखी |
12. | संगीतिकार बनाने के लिए | १३ मुखी और ९ मुखी |
13. | सर्जन डॉक्टर बनाने के लिए | १४ मुखी और ४ मुखी |
14. | फिजिशियन डॉक्टर बनने के लिए | १० मुखी और ११ मुखी |
रुद्राक्ष पहनने के नियम
- सोते समय कभी भी रुद्राक्ष का धारण नहीं करना चाहिए, तथा रुद्राक्ष को तकिये के नीचे रख देना चाहिए।
- किसी भी व्यक्ति की शवयात्रा में जाने से पहले रुद्राक्ष उतार देना चाहिए, या शमशान में जाने से पहले भी रुद्राक्ष उतारना चाहिए।
- महिलाऐं भी रुद्राक्ष पहन सकती है पर बच्चे को जन्म देते समय रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए तथा मासिक धर्म के समय भी रुद्राक्ष पहनने की मनाही होती है।
- कभी भी रुद्राक्ष पहन कर शराब, मांसाहार और नशा नहीं करना चाहिए।
रुद्राक्ष पहनने के फायदे
- चक्रों को संतुलित करता है और संभावित बीमारियों को रोकता है।
- यह आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देता है, मन की शांत स्थिति प्राप्त करने में सहायता करता है।
- इसमें औपचारीक गुण होते हैं, नकारात्मक ऊर्जा कम होती है, एकाग्रता बढ़ती है और मानसिक और शारीरिक संतुलन को बढ़ावा मिलता है।
- रुद्राक्ष एक अनोखी ऊर्जा उत्सर्जित करता है जो शरीर, मन और आत्मा पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
- शांति और सद्भाव को बढ़ावा देता है, द्वेषपूर्ण ग्रहों के प्रभावों का प्रतिकार करता है, और तनाव और रक्तचाप को प्रबंधित करने में सहायता करता है।
- रुद्राक्ष शरीर के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है।
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