यदि आप चुनावी शायरी, चुनाव पर शायरी, Chunav prachar shayari, Chunav Shayari Status Quotes in Hindi, Chunav Shayari 2023 की तलाश में है तो आपको इस लेख में यह शायरियां मिल जाएंगी जिन्हें आप आसानी से कॉपी कर शेयर कर सकते हैं। चुनाव्व के आते ही क्षेत्रो का माहोल बदल जाता है और हर उम्मीदवार अपनी पूरी कोशिश करता है कि चुनाव में उसे जीत हासिल हो, इसके लिए प्रचार करते हैं, खर्च करते हैं नेता बनने के लिए झूठे वादें तक करता है। पर हर नेता देश की जनता की सेवा की भावना नहीं रखता है कुछ नेता केवल भृष्टाचार करते है और देश का पैसा हतियाने की कोशिश करते हैं, वह केवल दौलत पाने के लिए ही नेता बनते हैं इसीलिए अप्पने प्रतिनिधि को सोच समझ कर चुने।
चुनावी शायरी
राजनीति में भ्रष्टाचार कुछ इस तरह से होती है,
दाएँ हाथ से करें तो बाएँ हाथ को पता नही होती है.
मत चुनो उनको जो वादा तोड़ देते हैं
पकड़ कर हाथ, बीच राह में छोड़ देते हैं
जीत गए हम जीत गए, चुनावी कुश्ती जीत गए
बीत गए दिन बीत गए, गद्दारों के दिन बीत गए
चुनाव जीतने के बाद विकास होगा या दादागिरी
चुनाव प्रचार करने वाले कार्यकर्ताओं से पता चल जाता है
अपनी चुनावी हार को हम दिल से अपनाते हैं
सिर्फ़ चुनावी रिश्ते नहीं हम रिश्ते ज़िंदगी के बनाते हैं
हार जीत तो चलती रहेगी लेकिन
देखना यह है कि दिल से वादे कौन निभाते हैं
किसी पेड़ के कटने का किस्सा न होता,
अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होगा।
हम भी आराम उठा सकते थे घर पर रह कर,
हम को भी माँ-बाप ने पाला था दुःख सह-सह कर.
ना झूठ है ना गद्दारी है ना नियत में मक्कारी है
जन सेवक हूँ जन सेवा ही असली ज़िम्मेदारी है स
ब चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार बने हैं
अपनी तो दिलों को जीतने की उम्मीदवारी है
ग्राम प्रधान के चुनाव में विकास का मुद्दा होता नही है,
इस पद का उम्मीदवार जीत के लिए रात-रात भर सोता नही है
Chunav prachar shayari
कहीं नल में जल नहीं, कहीं गांव का रस्ता कच्चा
स्कूलों की हालत जर्जर है बताओ पढ़ने कहाँ जाए बच्चा
वोट की ताक़त से हालात इस बार बदलेंगे
प्रतिनिधी चुनेंगे इस बार ईमानदार और नियत का सच्चा
हम चुनाव लड़ रहे हैं गांव के विकास के लिए
जान भी देनी पड़ी तो दे देंगे आप के विश्वास के लिए
ऐ बादल तू मनमानी कर
सूरज आज तू नादानी कर
देख जीतकर आये है अपने नेता जी
ऐ चंदा तू उनकी अगुवानी कर
कुछ झूठे लोग बड़े शानदार तरीके से
चुनाव प्रचार करते हैं
छुपाकर अपने काले कारनामें
ख़ुद की ईमानदारी का ख़ुद ही गुणगान करते हैं
इस चुनावी हार के बाद
दिलों को जीतने हम जनता के और पास होंगे
वो और होंगे जो चुनाव हारने के बाद
हताश और निराश होते होंगे
पैसा लेकर चुनाव न करें,
किसी नेक को मतदान करें,
भारत का निर्माण करें,
चुनावी स्टेटस
जीत का सेहरा बाँधे आएगी नेता जी की सवारी
डीजे, पार्टी, फूल वर्षा और स्वागत की करो तैयारी
गांव की सरकार आपके हाथ होगी
साथ बैठ गांव के विकास की बात होगी
प्रधान पद हेतु यह सिर्फ़ पोस्टर नहीं वादा है
दिन से भी चमकीली गांव की अब रात होगी
चुनाव हारा मगर दिल जीतने के हो गया काबिल
भटकती नाव को अब उसे मिल गया साहिल
चुनाव हारने का अफ़सोस क्यों करें !
आप सबका प्यार चाहिए था वो हो गया हासिल
सरहदों पर बहुत तनाव है क्या,
कुछ पता तो करो चुनाव है क्या,
और खौफ बिखरा है दोनों समतो में,
तीसरी समत का दबाव है क्या
बड़े-बड़े चाहे पोस्टर लगवा लो
झूठी ख़बरें अख़बारों में छपवा लो
बेईमानों को इस बार जनता हराएगी
भ्रष्टाचारियों चाहे जितने मर्ज़ी नारे लगवा लो
सिर्फ चुनावी वादे करने का ही नहीं
वादे पूरे करने का भी शौक है मुझे
जब बढ़ जाए भ्रष्टाचारी राजनीति में
उन्हें जीताओ ईमानदारी हो जिनकी नियति में
कहां मिलता हैं अब कोई ईमानदार नेता
जो भी मिलता है भ्रष्टाचार का अड्डा होता है
चुनाव जीतने से पहले सारे नेता
बड़े ईमानदार होते है. जैसे ही सत्ता
की कुर्सी मिलती है वैसे ही उनके दिमाग
में भ्रष्टाचार और बेईमानी जन्म ले लेता है
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मिरा मक्सद नहीं,
मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।
नेता नहीं बेटा बन कर आया हूँ
चुनाव प्रचार तो बस एक बहाना है
आप सब का लेने आशीर्वाद आया हूँ
Chunav Shayari 2023
राजनीति का रंग भी बड़ा अजीब होता हैं,
वही दुश्मन बनता है जो सबसे करीब होता हैं
विकास के लिए लेकर अपनी दलील आया हूँ आपके हक़ के लिए बनकर वकील आया हूँ क्षेत्र की निरंतर प्रगति के लिए समर्पण भाव से आप सबसे वोट के लिए करने अपील आया हूँ
पाँच साल विकास भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा
भ्रष्टाचारी फिर से चुनाव के मैदान में खड़ा
जनता से अपील उसको इस बार सबक सिखाना
जो क्षेत्र के नहीं अपने विकास के पीछे पड़ा
जरूरी नही है कि चोरों का एक ही हो घराना,
दर्द और राजनीति का रिश्ता है पुराना.
जरूरी नही है कि चोरों का एक ही हो घराना,
दर्द और राजनीति का रिश्ता है पुराना.
उठाएँगे आवाज़ गाँव के विकास की
हर ग़रीब के लिए आवास की
करते हैं आप सब से वादा, टूटने नहीं देंगे
डोर आप सबके विश्वास की
Chunav Shayari Status Quotes in Hindi
बड़े जोरों से चुनाव का प्रचार हो रहा है
हर नेता ग़रीबों का वफादार हो रहा है
जब नौकरी ना लगे जवानी में,
तो कूद पड़ा गाँव की प्रधानी में
ग्राम प्रधान चुनाव में बेईमानो का खूब खायें,
मगर चुनाव किसी शिक्षित और ईमानदार को जितायें
आवाज़ उठेगी हर गाँव की
दर्द मिटेगी हर पाँव की
प्रधान पद हेतु हमें ज़रूरत है
युवाओं के जोश और बुजुर्गों की छांव की
चुनाव के समय नेता हर घर जाकर मुलाक़ात करते है,
चुनाव जीतने के बाद पांच साल तक कोई बात नही करते है.
चुनाव प्रचार करते हुए ईमानदार, कर्मठ और जुझारू प्रत्याशी बहुत मिलेंगे,
मगर जब चुनाव संपन्न हो जाएगा तो ढूंढने से एक भी नहीं मिलेगा।
ग्राम प्रधान चुनाव जीतने के लिए जो पैसा लगाएगा,
वो जीतने के बाद चुनाव में खर्च पैसा भ्रष्टाचार करके कमाएगा
ना सड़कें बनी, ना अस्पताल में व्यवस्था
स्कूल की दीवारें टूट रही, पंचायत घर की हालत खस्ता
इस बार जनता सबक सिखाएगी
भ्रष्टाचारियों बांध लो अपना बोरी बस्ता
चुनाव शायरी
बिहार से बड़ा प्यार है ऐसा हर नेता जताते है,
नौकरी और रोजगार की बात करो तो चुप हो जाते है
बेईमान नेता बेईमान उसके बँदे
इस बार बंद होंगे इनके सारे काले धँधे
राजनीति की मार ने नेताओं को क्या-क्या सिखा दिया,
बड़े-बड़े वीर नेता को जनता के क़दमों पर झुका दिया.
छप के बिकते थे जो अखबार…
सुना है इन दिनों वो बिक के छपा करते है
जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का,
फिर देखना फिजूल है कद आसमान का।
हर आदमी में होते है दस बीस आदमी
जिस को भी देखना हो कई बार देखना
जिन्दा रहे चाहे जान जाएँ,
वोट उसी को दो जो काम आएँ.
राजनीती में साम-दाम-दंड-भेद सब अपनाया जाता हैं, जरूरत पड़े तो दुश्मन को भी दोस्त बनाया जाता हैं.
कुछ इस तरह मान-सम्मान कमाया है नेताओं ने
कोई भ्रष्टाचार की बात करें तो नेता याद आते हैं
समाज सेवा और संघर्ष करने से नहीं टोक सकती
महज़ चुनाव की हार मेरा रास्ता नहीं रोक सकती
इस बार होगा नहीं किसी से भेदभाव
विकास का होगा हर क्षेत्र में एक समान बहाव
आप सभी क्षेत्रवासियों से है यही अपील
वोट देकर ईमानदार को इस बार जिताना चुनाव
चुनाव शायरी
सियासत नफ़रतों का जख्म भरने ही नहीं देती,
जहाँ भरने पे आता हैं तो मक्खी बैठ जाती हैं.
नेताओं ने ये कैसा हिन्दुस्तान कर दिया,
बेजान इमारतों को भी हिन्दू मुसलमान कर दिया.
उसे गुमाँ है कि मेरी उड़ान कुछ कम है,
मुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है।
भ्रष्टाचार करने वालों मत सोचना दोबारा मौक़ा मिलेगा
तुम्हें जितनी मर्ज़ी मौक़े दे दो जनता को धोखा ही मिलेगा
गाँव गाँव और गली गली अब, गुंजा एक ही नारा है
करे विकास जो गाँव का यारों, वो ही नेता हमारा है
ना झूठे अब वादे चलेंगे, ना रिश्तेदारी निभानी है
कर के दिखा दे काम जो, वो ही हमको प्यारा है
उन सब डोंगिया से रहना खबरदार
जो बन ईमानदार करते हैं चुनाव प्रचार
झूठी बातें झूठा प्रचार
नीयत फरेबी काम में भ्रष्टाचार
मन से बड़ा कोई धाम न मिलेगा
विभीषण अगर बन भी गए,
तो अब राम ना मिलेगा.
चुनाव शायरी
पंचायत चुनाव का आ गया रोस्टर
प्रधान पद हेतु छप गए पोस्टर
ईमानदार अगर ना बना विनर
तो जनता ही होगी असली लोस्टर
हर बार झूठ बोलने वालों की ना सुने
इस बार सरपंच के लिए युवा को चुने
गंदगी से नालियाँ भरी पड़ी है
जिसकी दुर्गंध के आसपास की गलियां सड़ी है
जनप्रतिनिधियों को कोई चिंता नहीं थी
चुनाव आए तो सफाई की नौबत आन पड़ी है
झूठे पोस्टर पढ़ पढ़ कर जनता हारी
गाँव के विकास की झूठी बातें सारी
पंचायत चुनाव की जनता ने कर ली है तैयारी
झूठे लोगों को इस बार सबक सिखाने की बारी
चुनाव के दौरान हर कोई अपनी दलील देता है
चांद तारों को धरती पर लाने की अपील करता है
प्यारे दोस्तों सोच समझकर वोट देना
चुनाव जीतने के बाद नेता ही जनता को जलील करता है
जिसके पास पैसा है, उसी का शोर है,
बाकी चुनाव में खड़े प्रत्याशी कमजोर है
भ्रष्टाचारी टिकता नहीं ज्यादा दिन ये हक़ीक़त है
चुनना उसको जिसके अंदर कुछ लियाक़त है
लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़कर भाग लेना
चुनाव में जनता की वोट सबसे बड़ी ताक़त है
जिन्दा रहे चाहे जान जाएँ,
वोट उसी को दो जो काम आएँ।
बेईमानी अब आँखों की पानी चुराने लगी,
नामर्दी इंसानों को जवानी चुराने लगी,
हिन्द वालो तुम ये बैठ कर सोचना जरूर
कभी बर्मा से कन्धार तक हुकूमत थी
आज तिनके में क्यों लड़खड़ाने लगी.
चुनाव प्रचार ने पकड़ लिया है ज़ोर
सच मज़बूत और झूठ पड़ रहा कमज़ोर
चुनाव हारे हैं मगर जनता के दिलों को जीतना जारी रहेगा
अभी तो पंख फैलाए हैं
अनंत आसमान में उड़ना जारी रहेगा
सच है, विपत्ति जा आती हैं,
कायर को ही दहलाती हैं,
सूरमा नहीं विचलित होते,
क्षण एक नहीं धीरज खोते.
अपने क्षेत्र के विकास की सूरत बदलना जरूरी है
इसके लिए मुझे आपके वोट और सपोर्ट की ज़रूरत है
चोर, बेईमान और भ्रष्ट नेताओं की क्यों करते हो बात।
लोकतंत्र की ताकत है जनता में, दिखला दो इनकी औकात।
राजनीति की मार ने नेताओं को क्या-क्या सिखा दिया,
बड़े-बड़े वीर नेता को जनता के क़दमों पर झुका दिया
राजनीति भी रंग-रंगीली हैं,
कुछ ने तो बाप की ज़ागीर समझ ली हैं.
जनता के प्यार को हम सर आँखों पर रखते हैं
चुनाव का फ़ैसला सर झुकाकर कबूल करते हैं
प्यार में हमारे कहीं कमी रही होगी मगर
क्षेत्रवासियों का ताउम्र साथ देने का वादा करते हैं
बड़ा महँगा हर सामान का भाव हो जाता है,
जब हमारे देश में सम्पन्न चुनाव हो जाता है.
गुरूर में इंसान को कभी इंसान नहीं दिखता,
जैसे छत पर चढ़ जाओ तो अपना ही मकान नहीं दिखता.
सपने अब साकार होंगे, युवाओं ने कमान सँभाली है
कौन कितना है पानी में, सबकी देखी भालीं है
आओ हम सब मिलकर के, भारत नया बनाते है
देश को आगे ले जाने की, हमने क़सम उठा ली है
चुनाव के भीषण लहर में जाने कितने दिग्गज बह गए
मूछों पर ताव जो देते थे उनके अरमां ढह गए
किस्मत ने अबकी बार हमें है जीत का माला पहनाया
भागो सारे धूर्त यहाँ से देखो सिकन्दर अब आया
विकास का परचम बना दो
जनता का जनमंच बना दो
तरक्की होगी पंचायत की
जगु भैया को सरपंच बना दो
पुनः एकबार बड़ी जीत मिली है
जनता से स्नेह और प्रीत मिली है
झूम रहे सारे समर्थक हैं देखो
लबों को नई नई गीत मिली है
पसीने की स्याही से जो लिखते हैं इरादें को,
उसके मुक्कद्दर के सफ़ेद पन्ने कभी कोरे नही होते।
वोट मांगने के लिए नारे
स्वभाव अपना विकासशील है
समय के साथ सोच गतिशील है
हर ग़रीब की आवाज़ के लिए
आप सभी से वोट की अपील है
आपके हर आदेश को मैं क़ुबूल करता हूँ
क्षेत्र के विकास को अपना उसूल करता हूँ
हाथ जोड़कर आप सभी क्षेत्रवासियों से
मेरे पक्ष में वोट के लिए अपील करता हूँ
नेता की बातों में सच्चाई का अभाव होता है,
झूठ बोलना तो इनका स्वभाव होता हैं।
ईमानदारी को ईनाम दो छुपकर नहीं
सरेआम दोस्वच्छ छवि वालों कोपंचायत की कमान दो
ना वो नेता चुनो जो चुनाव के बाद लूट मचाए
ना वह नेता चुनो जो चुनाव के बाद छुप जाए
भले ही आम आदमी है मगर
नेताओं की तरह अनपढ़ थोड़ी है
सबको है चुनाव लड़ने का अधिकार
चंद परिवारों का ठेका थोड़ी है
चुनाव में पैसा तो खूब बांटा जाता है,
बाद में जनता का ही जेब काटा जाता है
चुनावों में सिर्फ़ पैसे वालों का शोर है
जिसके पास पैसा नहीं वह प्रत्याशी कमजोर है
समर शेष है नहीं पाप का भागी केवल व्याध
जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनके भी अपराध.
चुनाव हारे मगर समाज सेवा जारी रहेगी
करते हैं वादा क्षेत्र की जनता से
जब तक है जान यह जान तुम्हारी रहेगी
आपके क्षेत्र का विकास आपकी ज़िम्मेदारी है इस बार आपको पहचानना हर भ्रष्टाचारी है आप सभी क्षेत्र वासियों से यही अपील है प्रतिनिधि उसे चुनना जिसमें होशियारी है
इस जीत पर हम कुछ नया करेंगे
मानव हैं तो मानवता को बयाँ करेंगे
कोई दुखी न रहे न ही खाने को तरसे
हम दानी बनकर सबपर दया करेंगे
जरूरत पर सब यार होते हैं,
जरूरत न हो तो पलट कर वार होते हैं,
चुनाव नजदीक आ रहा हैं बच के रहना
क्योंकि ज्यादातर नेता गद्दार होते हैं
मेरी बातों से जो जाहिर हैं छिपायें कैसे,
तेरी मरजी के मुताबिक़ नजर आएं कैसे.
नए किरदार आते जा रहे हैं
मगर नाटक पुराना चल रहा है
जो चुनाव प्रचार के लिए कर देता है खाली तिजोरी
चुनाव जीतने के बाद वही सरेआम करता है चोरी
करना है गांव की खुशहाली का बचाव
तो इस बार करो ईमानदार सरपंच का चुनाव
चुनाव है लोकतंत्र की एकता का आधार,
मतदान करके इसके महत्व को करो साकार।
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