हमारे देश में कई प्रकार की दालें उपयोग की जाती है, भारत में इस उपज को दलहन कहते हैं, यह भारत के लोगो के भोजन का मुख्य हिस्सा है पर कुछ समय से फ़ास्ट फ़ूड का चलन बड़ा है जिस कारण दालो के उपयोग में कमी देखी गयी है। क्या आप जानते हैं कि दालों की रानी किसे कहा जाता हैं? अगर नही तो इस लेख को को अंत तक जरुर पढ़े।
दालों की रानी किसे कहते हैं?
दालें बहुत ही पोष्टिक होती है यह हमारे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है। पर आज का युवा फ़ास्ट फ़ूड की तरह भागता हैं जिसका असर उसके स्वास्थ्य पर होता है। बहुत से खाद्य पदार्थ को पकाने के बाद उनमे मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं पर दाल के साथ ऐसा नही होता है। दाल हमारे शरीर को प्रोटीन प्रदान करती हैं ।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!मुंग की दाल को दालों की रानी कहा गया है क्योकि इस दाल में केल्शियम, आयरन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड, विटामिन प्रचुर मात्रा में होते हैं। मुंग की दाल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है।
मूंग की दाल के प्रकार
- छिलके वाली मूंग की दाल
- सबूत मूंग की दाल
- धुली हुई मूंग की दाल
मुंग दाल के फायदे
- मुंग की दाल पाचन को सुधारती है।
- मुंग की दाल इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करती है।
- ब्लड में शुगर के स्तर को सामान्य रखने का काम करती है।
- मुंग की दाल वजन को नियंत्रित करने में मदद करती है।
- रोगी के लिए यह दाल उचित है क्योकि यह आसानी से पच जाती है।
FAQs
मुंग की दाल को दालो की रानी कहा जाता हैं।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –