किसी भी महिला के लिए गर्भवती होने का अनुभव बेहद स्पेशल होता है, इस समय में वह बहुत कुछ नया अनुभव करती है और माँ के इस रिश्ते को निभाने के लिए तैयार हो जाती है। जब बच्चा गर्भ में रहता है माँ तब भी उसका ख्याल रखती है तथा नौ महीने के बाद जब बच्चा गर्भ से बाहर आता है तब भी उसकी देखभाल करती है। आगे इस लेख में आप जानेंगे कि गर्भ में बच्चा खाना कैसे खाता है?
गर्भ में बच्चा खाना कैसे खाता है?
बच्चा जब गर्भ में होता है तब उसकी नाभि से एक नली जुड़ी होती है जिसका दूसरा सिरा माँ के गर्भाशय से जुड़ा होता है इस नली को गर्भनाल कहते हैं। यह नाल भ्रूण का हिस्सा होती है, गर्भनाल माता के खाने से पौषक ले कर बच्चे तक पहुचाती है जिससे बच्चे को पौषण मिलता है तथा यह विषैली चीजो को बच्चे तक जाने से रोकती है और बच्चे को इसके द्वारा ही ऑक्सीजन भी मिलती है। जिन चीजो का सेवन माँ करती हैं उसका प्रभाव बच्चे पर पड़ता हैं, गर्भावस्था के समय महिला को पौष्टिक चीजो का सेवन करना चाहिए तथा नशीली चीजो से दूर ही रहना चाहिए।
डिलेवरी के समय जब बच्चा गर्भ से बाहर आ जाता है तब इस गर्भनाल को काट दिया जाता है तथा शेष गर्भनाल जो माँ के शरीर से जुडा होता है वह समय के साथ नष्ट हो जाता है या सुख कर निकल जाता है, सी-सेक्शन होने पर गर्भनाल को उसी समय निकाल दिया जाता है।। गर्भावस्था के समय इस गर्भनाल की जगहों में परिवर्तन होता रहता है, जिसे 18 सप्ताह बाद अल्ट्रासाउंड से देखा जा सकता हैं। यह गर्भनाल शुरुआत में निचले हिस्से में रहता है और बाद में ऊपर की और चले जाता है।
प्रेगनेंसी में सुबह क्या खाना चाहिए?
महिला को प्रेगनेंसी में प्रोटीन के लिए आप अंडे, पनीर, ग्रीक योगर्ट, पीनट बटर तथा आयरन के लिए दलिया, सूखे मेवे, पालक, अंडे विटामिन के लिए अंडा, सोयाबीन, टमाटर, अखरोट, बादाम, गेंहू खाना चाहिए।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –
- गर्भवती महिला को आंगनबाड़ी में क्या-क्या मिलता है 2023?
- गर्भ में सबसे पहले किसका निर्माण होता है
- गर्भ में लड़के की धड़कन कितनी होती है?