सूर्य से आने वाली किरणें, जब वर्षा की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होती है तब इन्द्रधनुष दिखाई देता है। बादल में उपस्थित पानी की सूक्ष्म बूँदों अथवा कणों पर पड़ने वाली सूर्य किरणों का विक्षेपण ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण है। यह एक बहुरंगी वृत्ताकार चाप का रूप धारण कर लेता है। सूर्य के प्रकाश के कारण होने वाले इंद्रधनुष हमेशा सूर्य के ठीक विपरीत आकाश के खंड में दिखाई देते हैं। इंद्रधनुष में कुल 7 रंग होते है। क्या आपको पता है इंद्रधनुष में सबसे ऊपर वाला रंग कौन सा होता है?
इंद्रधनुष सतरंगी होता है और ये रंग हमें जीवन-दर्शन समझाते हैं और बताते हैं कि जीवन इंद्रधनुषी अर्थात सतरंगी है। हर रंग में रंगना ही तो जिंदगी है। पहला चक्र मूलाधार लाल रंग को दर्शाता है। इंद्रधनुष में सबसे ऊपर वाला लाल रंग होता है। इंद्रधनुष सात रंगों में दिखाई देते हैं क्योंकि पानी की बूंदें स्पेक्ट्रम के सात रंगों (लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, इंडिगो, बैंगनी) में सफेद सूरज की रोशनी तोड़ती हैं। इन्द्रधनुष में लाल रंग का विक्षेपण अधिकतम तथा बैंगनी रंग का न्यूनतम होता है। इन्द्रधनुष में बैंगनी किरण आंख पर 40.8o तथा लाल किरण 42.8o का कोण बनाती है।
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