आपने बहुत बार सुना होगा कि उसे मार्गदर्शन की आवश्यकता है, मुझे आपके मार्गदर्शन की जरूरत है, तुम अच्छा मार्गदर्शन करते हो आदि पर क्या आप जानते हैं कि मार्गदर्शन का अर्थ क्या होता है तथा जो मार्गदर्शन करता है उसे क्या कहते हैं? अगर नही तो इस लेख में माध्यम से आप यह आसानी से जान सकेंगे।
मार्गदर्शन शब्द का अर्थ होता है कि सही राह दिखाना। मार्गदर्शन दो शब्दों से मिलकर बना है मार्ग तथा दर्शन इससे यह सिद्ध होता है कि मार्ग का दर्शन करवाना मार्गदर्शन कहलाता है। अगर कोई किसी समस्या में है तो उसे उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है जो एक कुशल और अनुभवी व्यक्ति ही दे सकता है। जिस प्रकार महाभारत में कृष्ण में अर्जुन का मार्गदर्शन किया था। सही राह पर चलने का अर्थ है जीवन में सफलता की और बढना तथा गतल कामो से दूर रहना और उनसे होने वाले नुकसानों को पहचानना।
जो मार्गदर्शन करता है उसे क्या कहते हैं?
जो मार्गदर्शन करता है उसे मार्गदर्शक कहते हैं, मार्गदर्शक जीवन में सफल होने के तरीके बताते है तथा हमे मुश्किलों से निकालने का काम करते हैं।
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