चावल लगभग हर घर में खाएं जाते हैं और इनमे कई तरह के पोषक तत्व पाएं जाते हैं जैसे विटामिन, कैलोरी के साथ मैंगनीज आदि। और चावल से कई तरह की चीज़े भी बनाई जाती है जैसे पुलाव, चावल के मुरमुरे, चावल के बिस्किट आदि। पर किसी भी चीज को सही से और सही मात्रा में खाया जाएँ तो ही उसके लाभ प्राप्त होते हैं वरना भरी नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन्हें कच्चे चावल खाना पसंद होता है और कुछ लोगों को तो इसकी लत भी लग जाती है और वह एक बार में एक कटोरी कच्चे चावल खा लेते हैं, यह एक तरह की बीमारी हैं आइयें जानते हैं कि आखिर कच्चे चावल खाने का मन क्यों करता है और कच्चे चावल खाना कौन सी बीमारी है?
कच्चे चावल खाने का मन क्यों करता है?
बहुत से ऐसे कारण है जिनके कारण व्यक्ति कच्चे चावल खाने का आदि हो जाता है और जब कच्चे चावल नहीं खाना है उसे बैचेनी महसूस होती है। Pica Disorder एक ऐसी बीमारी है जिसमे व्यक्ति ऐसी चीजों को खाने का आदि हो जाता है जो स्वाद में भी अच्छी नहीं होती है और उनसे किसी प्रकार का कोई पोषण भी नहीं मिलता है और नहीं वह खाने लायक होती हैं जिसमे चाक, मिट्टी, कागल, बर्फ, साबुन आदि।
अधिकांश गर्भवती महिलाओं में यह पाया जाता है कि वह कुछ ऐसी चीज़े खाने की इच्छा जताती है जो बिलकुल भी खाने लायक नहीं है जिसमे कच्चे चावल भी शामिल है। कई महिलाएं उन चीजो को खाने लगती है जिनकी सुगंध अच्छी होती है जैसे गीली मिट्टी आदि। गर्भवती महिला इन चीजो को इस लिए खाना चाहती है क्योकि गर्भ धारण के समय उनके शरीर में कई तरह बदलाव होने लगते हैं और उन्हें अजीब जी चीज़े खान का मन करता हैं।
तनाव से ग्रस्त व्यक्ति कच्चे चावल खाने लगता है और उसे इन्हें खाने की आदत लग जाती हैं, मानसिक तनाव और किस तरह का मानसिक विकार व्यक्ति को कच्चे चावल खाने की आदत डाल सकता है। मस्तिष्क के विकार कई तरह की गतिविधियों के लिए जिम्मेदार होते हैं इसीलिए कहा जाता है कि कच्चे चावल खाने की लत एक मानसिक विकार है।
शरीर में पोषण की कमी होने पर कच्चे चावल खाने का मन कर सकता है, पर यह स्वास्थ्य के लिए ठीक हैं ऐसा करने से अन्य कई बीमारियाँ जन्म ले सकती है। आइयें जानते हैं कि कच्चे चावल खाने से कौन सी बीमारी हो सकती है।
कच्चे चावल खाने के नुकसान
- पाचन की बीमारी
- कमजोरी
- पथरी
- पेट दर्द
- फ़ूड पोइजनिंग
पाचन की बीमारी
चावल को हमेशा पका कर ही खाना चाहिए, वरना यह पाचन को बिगाड़ सकते हैं, चावल में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं और इसमें प्रोटीन भी अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है और पके हुए न होने के कारण यह पाचन सम्बन्धित बीमारियाँ उत्पन्न कर सकता है। इसलिए कच्चे चावल नहीं खाना चाहिए वरना कब्ज, गैस, एसिडिटी हो जाती है।
कमजोरी
कच्चे चावल खाने से शरीर कमजोर होने लगता हैं, जिससे हर समय थकान और आलस बना रहता है। कच्चे चावल सही से पच नहीं पाते हैं और न ही शरीर को वह पोषक तत्व पहुचा पाते हैं जो उसमे मौजूद है, यदि चावल को सही पका कर खाएं तो विटामिन, फाईबर, कार्बोहाईड्रेट मिल जाते हैं।
पथरी
गुर्दे में यदि अनावश्यक पदार्थ जमने लगे तो पथरी की समस्या होने लगती है, और कच्चे चावल सही से पच नहीं पाते हैं तथा पथरी की बिमारी का कारण बनते हैं। अगर चावल को पकाया जाएँ तो वह फूल जाते हैं और पेट में सही से पच जाते हैं।
पेट दर्द
पाचन बिगड़ने से पेट में दर्द होना एक आम समस्या है इसीलिए कच्चे चावल हमेशा से ही पेट दर्द का कारण बनते हैं, यदि आपको कच्चे चावल खाने की आदत है इसे जल्द से जल्द छोड़ दें।
फ़ूड पोइजनिंग
चावल को हमेशा धो कर पकाया जाता है, पर यदि कोई इन्हें कच्चा खाया जाएं तो इसमें कई तरह के बैक्टीरिया हो सकते हैं जो फ़ूड पोइजनिंग का कारण बन सकते हैं। पाक जाने के बाद यह बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और फ़ूड पोइजनिंग का कोई खतरा नहीं रहता है।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –
- सर्दी-जुकाम में चावल खाना चाहिए या नहीं?
- कच्चा चावल खाने से क्या होता है?
- पीलिया में चावल खाना चाहिए या नहीं?