जानिए कलावा बांधने का मंत्र क्या है?

जानिए कलावा बांधने का मंत्र क्या है?

No Comments

Photo of author

By Shubham Jadhav

पुरुष और अविवाहित लड़कियां अपने दाहिने हाथ पर कलावा बांधती हैं, जबकि विवाहित महिलाएं इसे अपने बाएं हाथ पर बांधती हैं। कलावा बांधते समय जिस हाथ से कलावा बांधा जा रहा हो उसे मुट्ठी में बांध लेना चाहिए और दूसरे हाथ को सिर पर रखना चाहिए। इसके साथ ही एक मंत्र का जाप भी करना चाहिए जानिए कलावा बांधने का मंत्र क्या है?

हिंदू धर्म में विभिन्न पूजा अनुष्ठान, रीति-रिवाज और परंपराएं अपनाई जाती हैं। जन्म से मृत्यु तक कुल सोलह संस्कार किये जाते हैं, जो जीवन भर चलते रहते हैं। हिंदू धर्म में किसी भी तरह की पूजा के बाद कलाई पर कलावा बांधने का रिवाज है। मान्यताओं के अनुसार, कलावा में विभिन्न दैवीय शक्तियां मौजूद होती हैं जो व्यक्ति को बुरी नजर, परेशानियों और नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से बचाती हैं। कलावा को रक्षासूत्र और मोली के नाम से भी जाना जाता है। कलावा के बिना कोई भी शुभ कार्य संपन्न नहीं होता। इसे संस्कृति, दृढ़ संकल्प, रक्षा और विश्वास का प्रतीक माना जाता है।

शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि कलावा बांधने की परंपरा माता लक्ष्मी से शुरू हुई। जब भगवान विष्णु ने बामन अवतार लेकर तीन पग पृथ्वी नापी तो राजा बलि की दानशीलता से प्रसन्न होकर उन्हें पाताल लोक में रहने की अनुमति दे दी। तब राजा बलि ने भगवान विष्णु से पाताल लोक में उनके साथ रहने की प्रार्थना की और उनकी प्रार्थना स्वीकार कर ली गई। भगवान विष्णु को वहां से वापस लाने के लिए माता लक्ष्मी अपना भेष बदलकर पाताल लोक चली गईं, जहां उन्होंने बलि के सामने रोते हुए कहा कि उनका कोई भाई नहीं है। तब बलि ने स्वयं को उनका भाई घोषित कर दिया और माता लक्ष्मी ने उन्हें रक्षा सूत्र के रूप में कलावा बांध दिया, जिससे वे उनके भाई बन गये। तभी से रक्षा सूत्र के रूप में कलावा बांधने की यह परंपरा शुरू हुई।

कलावा बांधने का मंत्र क्या है?

कलावा बांधते समय
ॐयेन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः,
तेन त्वां मनुबध्नामि, रक्षंमाचल माचल
,
मंत्र का जाप करे. पुराना कलावा मंगलवार या शनिवार के दिन उतारा जाता है।

इस मंत्र का अर्थ है कि “जो रक्षा धागा परम कृपालु राजा बलि को बाँधा गया था, वही पवित्र धागा मैं तुम्हारी कलाई पर बाँधता हूँ, जो तुम्हें सदा के लिए तुम्हे विपत्तियों से बचाएगा”।

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

0Shares

Leave a Comment