प्रश्न – केंचुआ में श्वसन किस अंग के द्वारा होता है?
पृथ्वी पर हर जीवित प्राणी सांस लेता है तथा अधिकांश जीव नाक के द्वारा सांस लेते हैं और फेफड़ो तक ऑक्सीजन पहुचाते हैं पर क्या आप जानते हैं कि केंचुआ किस अंग से सांस लेता है अगर नही तो इस लेख में जान जाएँगे।
केंचुआ में श्वसन किस अंग के द्वारा होता है
केंचुआ क्लिटेलेटा वर्ग का प्राणी है। यह एक प्रकार का कृमि है जो पतली रस्सी के समान है। इसके शरीर में कुल 120 खंड होते हैं, केंचुए किसानो के मित्र भी होते हैं तथा शत्रु भी क्योकि यह सड़ रहे पोधो को पुनः उगने के लिए मदद करते है तथा इनकी संख्या अधिक हो जाए तो यह फसल को नष्ट तक कर देते है। यह बिल के अंदर रहते है तथा भोजन, प्रजनन तथा स्थान परिवर्तन के लिए ही बिल से बाहर आते हैं। यह तेजी से अपनी संख्या में वृद्धी कर सकने में सक्षम होते हैं।
इनके शरीर पर श्वसन के लिए कोई अलग अंग नही है यह अपनी त्वचा से ही सांस लेते हैं, इनकी स्किन गैस को अवशोषित करती है फिर उस मेसे ऑक्सीजन हिमोग्लोबिन में जा कर मिल जाती है तथा अनावश्यक गैस जैसे कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हो जाता है। इनकी त्वचा नमी युक्त तथा लचीली होती है जो उनको श्वसन में सहायक होती है।
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