मानव जनसँख्या का अध्ययन क्या कहलाता है

मानव जनसँख्या का अध्ययन क्या कहलाता है?

No Comments

Photo of author

By Shubham Jadhav

प्रश्न – मानव जनसँख्या का अध्ययन क्या कहलाता है?

मानव जनसँख्या का अध्ययन क्या कहलाता है?

मानव जनसँख्या का अध्ययन डेमोग्राफी (demography) कहलाता है, इसमें जनसंख्या के आकार, वितरण, वृद्धि, परिवर्तन, प्रभावों का अध्ययन किया जाता है। भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाली आबादी यानिकी लोगो की संख्या को जनसँख्या कहते हैं। अधिक जनसँख्या भी हानिकारक है और निम्न जनसँख्या भी, इसका नियंत्रित रहना बहुत जरुरी है, नियंत्रित जनसँख्या इस बात पर आधारित होती है की लोगो के पास कितने संसाधन उपलब्ध है, लोगो के पास रहने के लिए कितनी जगह है।

जनसँख्या वृद्धि के कई कारण हो सकते हैं जैसे मृत्यु दर में कमी, गर्भधारण दर में वृद्धि आदि। आज के समय में चिकित्सा की सुविधा को पाना आसान हो गया है, जिस कारण मृत्यु दर में कमी आ गयी है। किसी निश्चित क्षेत्र की जनसँख्या बढ़ने के मुख्य कारण प्रवास, आर्थिक, राजनीतिक और पर्यावरण सहित विभिन्न कारक हो सकते है।

हम जनसंख्या को समझने के लिए कई तरह के मॉडल का उपयोग कर सकते हैं तथा गणित के माध्यम से भी भविष्य की जनसंख्या का पता लगाया जा सकता। क्योकि यह हमे कई तरह से मदद कर सकता, इस प्रकार के अध्ययन से आर्थिक विकास तथा संसाधनों की जरुरतो को समझा जा सकता है। जनसंख्या वृद्धि का अध्ययन करने के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण मॉडल जनसंख्या संवेग मॉडल है। बढ़ती आबादी का सामाजिक और आर्थिक जीवन पर प्रभाव पड़ सकता है, जैसे-जैसे जनसंख्या में वृद्ध लोगों का अनुपात बढ़ता है, स्वास्थ्य सेवाओं की माँग बढ़ने लगती है।

जनसांख्यिकी अध्ययन का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जो हमें जनसंख्या परिवर्तन के आर्थिक और राजनीतिक प्रभावों को समझने में मदद करता है। जनसंख्या के आकार, वृद्धि, आयु, लिंग, जनसंख्या की उम्र बढ़ने, शहरीकरण, प्रवासन और शरणार्थी का अध्ययन करके में मदद करता हैं।

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

0Shares

Leave a Comment