आज के इस लेख में आपको पुरातत्वविदों को कैसे ज्ञात हुआ कि हड़प्पा सभ्यता के दौरान कपड़े का उपयोग होता था? इस प्रश्न का उत्तर दिया गया है।
पुरातत्वविदों को कैसे ज्ञात हुआ कि हड़प्पा सभ्यता के दौरान कपड़े का उपयोग होता था?
पुरातत्वविदों को मोहनजोदड़ो की खुदाई से कपड़ों के टुकड़े और फेयंस(फेयॉन्स) से बनी तकलियाँ मिली है। जो हड़प्पा सभ्यता में कपड़े के उपयोग का संकेत देते हैं। साथ ही पुरातत्वविदों को कपड़ा, पत्थर, धातु आदि भी मिले। माना जाता है कि यह कपास की खेती भी किया करते थे जिससे कपड़ा बनता था, ताम्बे की वस्तु के साथ कपड़ो का मिलता तथा अन्य सामानों के साथ भी कपड़ो के टुकड़े मिले हैं जिस कारण यह बात सिद्ध हो सकती है कि हड़प्पा सभ्यता के दौरान कपड़े का उपयोग होता था। साथ ही मोहनजोदड़ो से एक कढ़ाईदार वस्त्र पहने व्यक्ति की मूर्ति मिली है।
FAQs
मोहनजोदड़ो की खोज एक इतिहासकार राखलदास बनर्जी ने 1922 में की थी।
यह एक प्राचीन शहर होगा जिसका पता खुदाई के दौरान चला था।
हड़प्पा का खोजकर्ता दयाराम साहनी है।
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