क्या जानते हैं पत्नी को अर्धांगिनी क्यों कहते हैं अगर आप को इस बारें जानकारी नही है तो इस लेख में आपको इस बारे में विस्तृत जानकारी मिल जाएगी।
पत्नी को अर्धांगिनी क्यों कहते हैं?
हिन्दू धर्म में पत्नी को घर की लक्ष्मी तथा अर्धांगिनी जैसे नामो से बुलाया जाता है क्योकि प्रारम्भ से ही हिन्दू धर्म में स्त्रियों को अत्यधिक सम्मान दिया जाता है। पत्नी को अर्धांगिनी कहने के बारे में भी हमारे शास्त्रों में लिखा गया है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!शास्त्रों के अनुसार पति का बायाँ हिस्सा पत्नी का होता है इसीलिए पत्नी को वामांगी भी कहा गया है। भगवान शंकर के बाएँ हिस्से से ही इस संसार में स्त्री की उत्पति मानी गयी है। आपने शंकर भगवान के अर्धनारीश्वर रूप को तो देखा ही होगा जिसमे भगवान शंकर का आधा हिस्सा माता पार्वती यानिकी स्त्री का है इसीलिए कर्मों में पत्नी के दायीं ओर बैठने का नियम हैं।
बिना पत्नी के घर का सुचारू रूप से चलना सम्भव नही है केवल पुरुष अकेला खुशहाल गृहस्ती नही बसा सकता है उसके जीवन में पत्नी का होना बेहद जरुरी है इसीलिए पत्नी को अर्धांगिनी कहा गया है यानिकी पत्नी के शरीर का आधा हिस्सा, स्त्री के बिना पुरुष का जीवन अधुरा है।
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