जब भी बात रामायण की होती है, तो कई किरदार आखों के सामने आ जाते हैं। अगर आपने भी रामानंद सागर की रामायण देखी है तो उसके डायलॉग और किरदारों के फेसिअल एक्सप्रेशन भी जरूर आपके सामने आ ही जाएंगे। इसका कारण यह भी है कि रामायण केवल एक गाथा नहीं बल्कि हमारा इतिहास है। प्रभु श्री राम का सुन्दर चरित्र इसमें किया गया है और कई बातें हमें रामायण से सिखने को मिलती है। हमने रामायण से जुड़े कई सवालों का जवाब अपने ब्लॉग में दिया है और आज के इस आर्टिकल में राजा दशरथ के पिता का नाम क्या था ? इस सवाल का जवाब दिया गया है, साथ ही राजा दशरथ से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां भी साझा की गयी है।
राजा दशरथ के पिता का नाम क्या था?
राजा दशरथ अजः के पुत्र थे तथा इनकी माता का नाम इंदुमति था। राजा दशरथ की तीन पत्नियाँ थी कौशल्या, कैकेयी, सुमित्रा। राजा दशरथ अयोध्या के राजा थे इनके चार पुत्र तथा एक पुत्री थी, पुत्री का नाम शांता था तथा दशरथ जी को कौशल्या से राम, कैकेयी से भरत , सुमित्रा से शत्रुघ्न नाम के पुत्र थे।
राम भगवान विष्णु जी के सातवे अवतार है। जिनका विवाह माता सीता से हुआ था। पर सीता से विवाह के बाद राम अयोध्या के राजा बनने ही वाले थे कि कैकेयी ने राजा दशरथ से उनके द्वारा दिए गये दो वचनों की मांग कर दी। जिसमे पहला वचन था कि भरत को राजा बनाया जाए तथा दूसरा था कि राम को 14 वर्ष के लिए वनवास भेज दिया जाए! इसके बाद प्रभु श्री रामचंद्र वनवास को चले गये पर भरत राजा नही बने। उन्होंने राम को ही अयोध्या का राजा माना तथा उनकी पादुकाओ को सिंहासन पर रख दिया।
तो ऐसा था दोनों भाईयों का प्रेम और यहीं से शुरू हुई थी रामचंद्र जी के वन में प्रस्थान करने की यात्रा। ऐसे ही और लेखों को पढ़ने के लिए आप ज्ञानग्रंथ को बुकमार्क करके रख सकते हैं।
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